देशभर में उत्साह से मनाया गया रक्षाबंधन पर्व (राउंडअप)
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं अन्य राजनेताओं ने बच्चों के साथ त्योहार मनाया। महाराष्ट्र में मछुआरों ने इस पर्व को 'नारियली पूर्णिमा' के रूप में मनाया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तेज बारिश और सड़कों पर जलभराव शहर में रक्षाबंधन पर्व के उत्साह को कम नहीं कर पाया। पुरुष अपनी कलाइयों पर बहनों से राखियां बंधवाकर गर्व महसूस कर रहे थे और महिलाएं अपने भाइयों से मिलने के लिए लंबी दूरी की यात्राएं करती देखी गईं।
त्योहार के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो ने 187 अतिरिक्त फेरा लगाया तथा भीड़भाड़ वाले समय में लोकल रेलगाड़ियों ने भी अपनी आवृत्ति बढ़ाई। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने महिलाओं को अपने गंतव्य तक मुफ्त में यात्रा करने की सुविधा दी।
लक्ष्मी नगर निवासी आतिश अमन भारी ट्रैफिक जाम का सामना करते हुए अपनी बहन से मिले। उन्होंने कहा, "मैंने अपनी बहन के साथ पूरा दिन यह त्योहार मनाने के लिए अपने दफ्तर से छुट्टी ले ली। स्नेह प्रकट करने के लिए इससे बेहतर कोई अवसर नहीं है।"
रोहिणी की पूजा कालरा ने अपने भाइयों और परिवार के साथ त्योहार मनाने के लिए एक दिन की छुट्टी ली है। उन्होंने कहा, "हमारे दोनों परिवारों ने मिलकर अंतत: छुट्टी का प्रबंध किया। हम फिल्म देखेंगे और साथ खाना खाएंगे।"
दिल्ली यातायात पुलिस के संयुक्त आयुक्त (यातायात) सत्येंद्र गर्ग ने एक बयान में कहा कि उन्होंने 'आम जनता को कम से कम असुविधा हो' ऐसी व्यवस्था करने की कोशिश की।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं शीर्ष राजनेताओं ने भी मंगलवार को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। बच्चों ने उनकी कलाइयों पर राखियां बांधीं। बदले में उन्हें उपहार एवं मिठाइयां मिलीं।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार बड़ी संख्या में दिल्ली और आसपास तथा कोलकाता के बच्चों ने सुबह राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील को राखियां बांधीं। 5 से 10 वर्ष की उम्र के बच्चों ने राष्ट्रपति के साथ बातचीत की तथा गीत गए। इनमें दिल्ली, गुड़गांव, बहादुरगढ़, कोलकाता, गेट्रर नोएडा और भिवाड़ी के बच्चे शामिल थे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने निवास पर बच्चों के साथ रक्षाबंधन मनाया। बच्चों ने प्रधानमंत्री की कलाइयों पर राखियां बांधीं और उन्हें मिठाइयां एवं उपहार दिए गए। इस मौके पर प्रधानमंत्री की पत्नी गुरशरण कौर भी मौजूद थीं।
इन आयोजनों में सामान्य एवं विकलंगा बच्चों ने भाग लिया। इनमें से कुछ भारतीय नेत्रहीन कल्याण परिषद, शारीरिक रूप से विकलांग एवं मानसिक रूप से अक्षम बच्चों की सोसाइटी, अखिल भारतीय वाल्मीकि समाज, बह्मकुमारी तथा एसओएस चिल्ड्रेंस विलेज ऑफ इंडिया के बच्चे शामिल थे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस अवसर पर दिए अपने संदेश में कहा, "राखी स्नेह का प्रतीक है। यह पारिवारिक रिश्तों को मजबूत बनाती है।"
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया सचिव टॉम वडक्कन ने बताया कि बच्चों ने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास 10, जनपथ पर पहुंचकर उन्हें राखियां बांधीं। गांधी ने बच्चों को उपहार एवं मिठाइयां दीं। इनमें कुछ विशिष्ट बच्चे भी शामिल थे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रवक्ता के अनुसार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने बच्चों के साथ रक्षाबंधन पर्व मनाया और उन्हें मिठाइयां एवं उपहार बांटे।
रक्षाबंधन एवं ओणम के अवसर पर अपने संदेश में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा, "इन त्योहारों के उत्साह एवं संदेश से हमारे देश के नागरिकों के बीच आपसी भाईचारा तथा एकता को बढ़ावा मिलेगा।"
उधर, महाराष्ट्र में भी रक्षाबंधन पर्व उत्साह से मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों की कलाइयों में राखियां बांधीं और मछुआरों ने मछली पकड़ने के मौसम की शुरुआत की।
दक्षिणी मुंबई के देह-व्यापार वाले इलाके कमाटीपुरा में कई यौनकर्मियों ने समाजिक कार्यकर्ताओं एवं गैर-सरकारी संगठनों के स्वयंसेवियों को राखियां बांधीं।
इस तटीय राज्य के मछुआरों के कोली समुदाय ने त्योहार को 'नारियली पूर्णिमा' के रूप में मनाया। मुंबई के इन मूल निवासियों ने समुद्र की पूजा की तथा समृद्धिपूर्ण मछली पकड़ने के मौसम के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। कोलियों ने वरुण देवता को प्रसन्न करने के लिए समुद्र में नारियल फेंके। यह राखी पर्व की रीतियों का ही हिस्सा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।