बिहार के बाकी जिलों में सूखे की स्थिति पर विचार
जिन जिलों को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया है उनके जिलाधिकारियों से शनिवार शाम तक जिलों में वर्षा की स्थिति और फसलों के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। सोमवार को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक होनी है, इसमें इन जिलों की स्थिति पर विचार किया जाएगा।
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यास जी ने बताया कि जिन 10 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया है वहां भी वर्षा की स्थिति ठीक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य से कम वर्षा होने के कारण फसलों की बुवाई प्रभावित हुई है।
आपदा प्रबंधन विभाग के एक अन्य अधिकारी के अनुसार 15 जून से 11 अगस्त तक पश्चिम चंपारण जिले में सामान्य से 15 प्रतिशत, खगड़िया में 60 प्रतिशत, मधेपुरा में 49 प्रतिशत, गोपालगंज में 34 प्रतिशत, कटिहार में 51 प्रतिशत तथा सुपौल में सामान्य से 44 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव पंकज कुमार के नेतृत्व में सूखे का जायजा लेने आया केन्द्रीय दल शुक्रवार को मुख्यमंत्री से मिलेगा।
केन्द्रीय दल की एक टीम भागलपुर और बांका, दूसरी पटना, भोजपुर और बक्सर तथा तीसरी गया और जहानाबाद जिले के दौरे पर है। केन्द्रीय दल ने भी सूखे की स्थिति को भयावह बताया है।
राज्य सरकार ने 28 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित कर राहत कार्य शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलकर सूखाग्रस्त जिलों में सहायता के लिए 5062़ 75 करोड़ रुपये की मांग की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।