अमेरिका ने 5 अरब डॉलर का प्रस्ताव दिया था : शरीफ
समाचार एजेंसी ऑनलाइन ने शरीफ के हवाले से कहा है, "मैंने क्लिंटन से कहा कि हम उन लोगों में से नहीं हैं जो चंद डॉलरों में बिक जाते हैं। ऐसा न तो अभी होगा और न भविष्य में ही। इस तरह हमने सफलतापूर्वक अपना परमाणु परीक्षण किया।" शरीफ परमाणु परीक्षण (28 मई, 1998) की 12वीं वर्षगांठ पर अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
भारत ने अपना परमाणु परीक्षण 11 मई, 1998 को किया था।
शरीफ ने कहा कि पूरा देश परमाणु परीक्षण के पक्ष में एकजुट था और तत्कालीन सूचना मंत्री मुशाहिद हुसैन "पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने मुझे सलाह दी थी" कि भारत के जवाब में उन्हें भी परीक्षण करना चाहिए।
शरीफ ने कहा, "वह एक लोकतांत्रिक सरकार थी जिसने कि परमाणु परीक्षण का साहसपूर्ण निर्णय लिया। यदि कोई तानाशाह होता तो वह कभी भी परीक्षण न किया होता।"
शरीफ का इशारा पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की ओर था, जिन्होंने 1999 में शरीफ का तख्ता पलट किया था और उसके बाद उन्होंने नौ वर्षो तक शासन किया।
शरीफ ने कहा, "परमाणु परीक्षण से देश अपराजेय बन गया और पाकिस्तान, इस्लामी दुनिया का पहला परमाणु ताकत बन गया।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।