रेल हादसे पर शोक, विपक्ष ने सरकार को घेरा (लीड-1)
चीन दौरे पर गईं राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने इस घटना पर शोक जताया। राष्ट्रपति के एक प्रवक्ता ने बीजिंग में कहा कि पाटील इस घटना से दुखी हैं और उन्होंने मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री आज की त्रासदी से व्यथित हैं। प्रधानमंत्री ने घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल हुए व्यक्ति के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। उन्होंने रेलवे एवं अन्य अधिकारियों से पीड़ित परिवारों को पूरी मदद मुहैया कराने के लिए कहा।
घटनास्थल का जायजा लेने के बाद केंद्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "इस तरह की घटनाओं की वजह से हम रेलवे को बंद नहीं कर सकते। यह जीवन रेखा है। रेलवे के साथ कुछ भी होने से देश के लोग प्रभावित होते हैं। अब हम गश्त बढ़ाएंगे। रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।"
ममता ने तमाम कयासों को खारिज करते हुए कहा कि यह घटना बम विस्फोट के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि यह घटना बम विस्फोट की वजह से हुई। रेलगाड़ी के पटरी से उतरने की वजह विस्फोट है। उन्होंने इस घटना में नक्सलियों के हाथ होने की आशंका से इंकार नहीं किया।
दूसरी ओर इस घटना पर मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार की नक्सल विरोधी नीति पर एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी ने कहा है कि नक्सल समस्या पर सरकार का रुख अस्पष्ट है।
भाजपा के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, "पश्चिम बंगाल की घटना की भाजपा कड़ी निंदा करती है। एक बार फिर सरकार की नीति पर सवाल खड़े हुए हैं। हम जानना चाहते हैं कि नक्सलवाद पर सरकार का क्या रुख है।"
पूर्व रेल मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी इस घटना को दुखद बताया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने भी इस घटना पर शोक जताते हुए इस मसले पर राजनीति ने करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा, "यह राजनीति करने का समय नहीं है।" गौरतलब है कि ममता ने इस घटना के संदर्भ में नक्सल समस्या को कानून-व्यवस्था का मामला बताया था।
उल्लेखनीय है कि पश्चिमी मिदनापुर जिले में कल देर रात नक्सलियों द्वारा कथित विस्फोट के कारण मुंबई जा रही इस रेलगाड़ी का इंजन और 12 डिब्बे पटरी से उतर गए और यह रेलगाड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में 65 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।