गडकरी ने मांगी माफी, लालू ने ठुकराई (लीड-3)
लालू ने पटना में संवाददताओं से कहा, "भाजपा के नए अध्यक्ष गडकरी ने चण्डीगढ़ में जिस स्तर की भाषा का इस्तेमाल किया, वैसी भाषा लालकृष्ण आडवाणी या किसी अन्य नेता ने कभी नहीं बोली। उनकी टिप्पणी बेहद ओछी और शर्मनाक है।'
उन्होंने कहा कि गडकरी ने यह बयान देकर अपने स्तर को सबके सामने ला दिया है। लालू ने कहा, "गडकरी को कैसे भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अध्यक्ष बना दिया। वह तो किसी वार्ड के अध्यक्ष बनने लायक भी नहीं हैं।"
पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि गडकरी के बयान की पूरे देश में निंदा हो रही है और जनता में आक्रोष है जो देश के लोकतंत्र के लिए अच्छा है। उन्होंने कहा, "माफी से काम नहीं चलेगा उन्हें इसका जवाब दिया जाएगा। राजद इसके लिए संघर्ष का रास्ता अपनाएगी। राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन चलाया जाएगा। इसकी रूपरेखा तैयार करने के लिए पटना में शुक्रवार को राजद की बैठक बुलाई गई है। "
लालू ने कहा कि भाजपा के लोग केन्द्र सरकार पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का दुरुपयोग करने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि भाजपा के ही कई नेताओं के पैसे स्विस बैंक में जमा हैं। इसकी जानकारी सीबीआई को हो गई है और भाजपा के नेता अपने बचाव में अभी से ही भूमिका बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, " भाजपा चाहती है कि राजद के सांसद उनके साथ संसद में बैठकर उनके पक्ष में वोट करें, जो कभी नहीं होने वाला है। भाजपा के इस आरोप से साबित हो गया है कि जब केन्द्र में उसकी सरकार थी तब सीबीआई का दुरुपयोग करते हुए मेरे खिलाफ मामला बनाया गया था। "
लालू के खिलाफ असभ्य शब्द का प्रयोग किए जाने के मामले में राजद के साथ कांग्रेस ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में शुरू से ही फर्क रहा है। भाजपा के नेता सभ्यता और संस्कृति की बात करते हैं लेकिन उनके अध्यक्ष ने ही सारी मर्यादायें तोड़कर बयान दे रहे हैं। यह किसी अध्यक्ष को शोभा नहीं देता।
राजद के पूर्व सांसद एवं प्रधान महासचिव रामकृपाल यादव ने कहा, "गडकरी बीमार हो गए हैं। देश की राजनीति में भाजपा की कमजोर होती स्थिति को देखते हुए उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ सी गई है।" उन्होंने कहा कि ऐसे बयान से पूरा लोकतंत्र कलंकित हो गया है।
उन्होंने इस मुद्दे को लेकर आरएसएस को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गडकरी आरएसएस के ही हैं इस कारण वह ऐसा करेंगे ही। उन्होंने कहा कि राजद इसके खिलाफ आंदोलन करेगी।
गडकरी की टिप्पणी के खिलाफ लखनऊ में भी प्रदर्शन हुए। सपा कार्यकर्ताओं ने गडकरी का पुतला फूंका। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ तीखी झ्झड़प भी हुई। पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज का प्रयोग किया।
सपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में विधानसभा के बाहर गडकरी का पुतला फूंकने के बाद जमकर हंगामा मचाया। इसके बाद उन्होंने सड़क जाम करना आरंभ कर दिया। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें रोका तो वे पुलिस से भिड़ गए। सपा की लखनऊ महानगर इकाई के महासचिव शारदा शुक्ला ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस ने शांतिपूर्वक प्रदशर्न कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज किया। इतना ही नहीं महिला कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया।
पुलिस अधिकारियों ने सपा कार्यकर्ताओं के आरोपों को नकारते हुए कहा कि सड़क जाम करे रहे प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए केवल हल्के बल का प्रयोग किया गया। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति सामान्य है।
उधर, गडकरी ने गुरुवार को चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "मुझे कल (बुधवार) की अपनी टिप्पणी पर खेद है और मैं अपने शब्द वापस लेता हूं। लालू और मुलायम के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है। मेरी टिप्पणी का गलत संदेश गया। मेरी बात की भावना अलग थी।"
ज्ञात हो कि लोकसभा में कटौती प्रस्ताव पर लालू और मुलायम द्वारा केंद्र सरकार के समर्थन में मतदान करने के मसले पर दोनों नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए गडकरी ने बुधवार को आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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