महंगाई के खिलाफ भाजपा का शक्ति प्रदर्शन (लीड-3)
गडकरी हालांकि रामलीला मैदान से संसद के लिए विशाल जुलूस का नेतृत्व करते समय झुलसा देने वाली गर्मी के कारण रास्ते में थोड़े समय के लिए बेहोश हो गए। पार्टी के वरिष्ठ साथियों ने उन्हें तत्काल सहारा दिया और सड़क पर एक किनारे आराम का अवसर दिया।
राजधानी का मध्यवर्ती हिस्सा यातायात जाम के कारण बु़री तरह प्रभावित हुआ। भाजपा की इस रैली के कारण संसद की कार्यवाही में भी व्यवधान पैदा हुआ, क्योंकि भाजपा सांसद लोकसभा के बाहर जमा हो गए थे। रैली में देश के कई हिस्सों से समर्थकों का हुजूम पहुंचा। इनमें से ज्यादातर पड़ोसी राज्यों से थे।
रैली को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि कांग्रेस का सत्ता में आना और महंगाई बढ़ना एक दूसरे के पूरक हो गए हैं।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस जब भी सत्ता में आती है, आवश्यक उपभोग की वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि होने लगती है।"
गडकरी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को उनके उस वादे की याद भी दिलाई जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके सत्ता में आने के सौ दिनों के भीतर महंगाई पर लगाम कस ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार को सत्ता में आए एक साल हो गया लेकिन महंगाई घटने की बजाए बढ़ती ही जा रही है। "गरीब आत्महत्या को मजबूर हैं।"
गडकरी ने कहा, "महंगाई सरकार की गलत नीतियों के कारण है। मैंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मंहगाई के मुद्दे पर 14 सवाल पूछे थे लेकिन वह उनमें से एक का भी जवाब देने में विफल रहें।"
"कांग्रेस का कोई भी नेता इन सवालों का जवाब देने में समर्थ नहीं है। उनकी नीतियां ही गलत हैं। यह सरकार सुशासन देने में विफल रही है।"
रैली को गडकरी के अलावा लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, राजनाथ सिंह और मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भी संबोधित किया।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि संप्रग सरकार को आईपीएल की चिंता है, बीपीएल (गरीबी रेखा के नीचे के लोग) की नहीं।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने कृषि मंत्री शरद पवार पर आरोप लगाया कि वह महंगाई और कृषि अर्थव्यवस्था पर ध्यान देने के बदले क्रिकेट पर अधिक ध्यान दे रहे हैं।
सिंह और जोशी ने बुधवार की ऐतिहासिक रैली के लिए गडकरी को बधाई दी।
आडवाणी ने भाजपा द्वारा दिल्ली में आयोजित अब तक की रैलियों में इस रैली को सबसे विशाल बताया। उन्होंने कहा, "एक तरह से इस रैली ने भाजपा की पहले की सभी रैलियों का रिकार्ड तोड़ दिया है।"
आडवाणी ने कहा, "खाद्य पदार्थो की कीमतों में सौ से दो सौ फीसदी तक वृद्धि हुई है। यह कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार के कारण है।"
सुषमा स्वराज ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, "सरकार कहती हैं प्राकृतिक आपदा, किसानों को अधिक समर्थन मूल्य देना और आर्थिक मंदी महंगाई बढ़ने की मुख्य वजहें हैं लेकिन मैं आपको बतलाना चाहती हूं कि महंगाई इन वजहों से नहीं है बल्कि सरकार की गलत नीतियों और महाघोटालों का परिणाम है।"
उन्होंने कहा, "देश भर से लाखों लोग आज महंगाई की मार से कराह रही जनता के दर्द से सरकार को अवगत कराने, सोई सरकार को जगाने, बेखबर सरकार को चेताने दिल्ली आए हैं। इस पर भी सरकार नहीं चेती तो जनता उसे सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देगी।"
रैली के बाद जब हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने संसद की ओर रुख किया तो उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया गया।
रैली में भाग लेने के लिए हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम सुबह से ही राजधानी के रामलीला मैदान पहुंचने लगा था।
रैली के कारण सबसे अधिक रिंग रोड, मथुरा रोड, इंडिया गेट, तिलक मार्ग, आसफ अली रोड, टॉलस्टाय रोड, सिकंदरा रोड, बाराखम्बा रोड, संसद मार्ग और अशोक रोड की ट्राफिक प्रभावित हुई। इन मार्गो से गुजरने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
रैली के मद्देनजर भाजपा ने दिल्लीवासियों से सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक जाम से बचने की सलाह दी थी।
इंदौर में संपन्न हुए पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में गडकरी ने इस रैली के आयोजन की घोषणा की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।