भारत-अमेरिका परमाणु समझौता पटरी पर : निरुपमा राव
वाशिंगटन, 16 मार्च (आईएएनएस)। भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते को दोनों देशों के संबंधों के इतिहास में एक मील का पत्थर बताते हुए भारतीय विदेश सचिव निरुपमा राव ने कहा कि समझौते को लागू करने की प्रक्रिया 'सुचारू और संतोषजनक ढंग' से आगे बढ़ रही है।
वाशिंगटन के एक थिंक टैंक वुडरो विल्सन सेंटर में सोमवार को एक बैठक में राव ने कहा, "दोनों सरकारों के नजदीकी सहयोग से हम समझौते को लागू करने की प्रक्रिया में हैं।"
राव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि असैन्य परमाणु जिम्मेदारी विधेयक को पेश किए जाने की तैयारी है और संसद के अवकाश के बाद इसे पेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच हुए असैन्य परमाणु समझौते का यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता के लिए अमेरिकी समर्थन के बारे में राव ने कहा, "दोनों सरकारें इस बात पर सहमत हैं कि नई वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए छह दशक पुराने ढांचे की समीक्षा और सुधार की आवश्यकता है।"
राव ने कहा कि जहां तक सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता के दावे का सवाल है, यह वैध है और भारत अमेरिका का समर्थन चाहता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के परमाणु हथियारविहीन दुनिया के सपने का समर्थन करते हुए राव ने कहा कि इस बात को भारतीय नेतृत्व पिछले छह दशकों से निरंतर कहता आ रहा है।
राव ने कहा कि वर्ष 2006 में भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक नए परमाणु नि:शस्त्रीकरण प्रारूप को पेश किया था।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अगले महीने परमाणु नि:शस्त्रीकरण पर ओबामा द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और उम्मीद है कि सम्मेलन इस समस्या को हल करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।