कोपेनहेगन समझौते की सूची में शामिल होने को भारत तैयार
रमेश ने कहा कि हमने यह निर्णय बहुत सोच-समझकर लिया है। इस सूची में शामिल होने का मतलब यह है कि हमने कोपेनहेगन समझौते की बातचीत में हिस्सा लिया और हम समझौते के पक्ष में हैं।
मंत्री ने कहा, " पिछले महीने हमें युनाइटेड नेशंस फ्रेमवर्क कंवेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) की तरफ से एक पत्र प्राप्त हुआ था, जिसमें कहा गया था कि यदि उनका देश इस सूची में शामिल होने के लिए इच्छुक हो तो इस संबंध में सूचित करे।"
उन्होंने कहा कि हमने अपना निर्णय तीन शर्तो के साथ यूएनएफसीसीसी सचिवालय को भेज दिया है। इसमें पहली शर्त यह है कि यह कोई कानूनी बंधन न होकर एक राजनीतिक दस्तावेज है। दूसरा, यह समझौता यूएनएफसीसी से बाहर बातचीत का कोई तीसरा मंच नहीं है। तीसरी शर्त यह है कि इस समझौते का उद्देश्य यूएनएफसीसीसी के तहत कई स्तरों पर चल रही बातचीत पर सहमति बनाना है।
उन्होंने कहा, "हमारा मानना है कि इस सूची में शामिल होने का हमारा निर्णय समझौते को आकार देने में हमारी भूमिका को स्पष्ट करता है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।