मालदीव की जलवायु परिवर्तन के खिलाफ चेतावनी
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल से वार्ता के बाद नशीद ने बर्लिन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "यदि कोई समझौता (कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन पर) नहीं हुआ तो एक देश के रूप में हमारा अस्तित्व नहीं रहेगा।"
जर्मन नेता ने नवंबर में मेक्सिको सिटी में होने वाली आगामी संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन वार्ता में गतिरोध के खतरे के बारे में चेतावनी दी।
मार्केल ने कहा कि यूरोपीय संघ के साथ जर्मनी ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में बाध्यकारी कटौती के समझौते पर फिर जोर देगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि तब तक भारत और चीन के भी बाध्यकारी समझौते के लिए तैयार होने की उम्मीद है।
दुनिया की दो सबसे बड़ी उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं भारत और चीन ने उत्सर्जन कटौती के लिए दिसंबर में कोपेनहेगन सम्मेलन में बाध्यकारी समझौते को स्वीकार करने से इंकार कर दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।