हसीना को भारत दौरे के पूर्व खालिदा ने सचेत किया (लीड-1)
हसीना रविवार शाम भारत के चार दिवसीय दौरे पर निकल रही है। प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है। हसीना के इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच दो समझौतों और तीन समझौता ज्ञापनों (मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।
पेशेवरों और विश्लेषकों ने शनिवार को आयोजित एक बैठक में हसीना से आग्रह किया कि उन्हें भारत के साथ अविश्वास के वातावरण का अंत कर देना चाहिए।
हसीना के दौरे के परिणाम के आकलन और सरकार के खिलाफ आम प्रदर्शन की धमकी देने के लिए आलोचना की शिकार हुईं खालिदा ने अपनी प्रतिद्वंद्वी शेख हसीना को भारत यात्रा के पूर्व शुभकामनाएं देकर एक तरह से सुलह की भावना प्रदर्शित की है।
खालिदा ने कहा कि उनकी पार्टी देश के व्यापक हित में सरकार के साथ सहयोग करना चाहती है।
खालिदा ने कहा, "हम प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के पूर्व जनता की आशा और उम्मीद को सामने रख रहे हैं, ताकि वह हमारे राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए मुद्दों को साहस के साथ उठा सकें।"
खालिदा ने कहा कि हसीना को कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत से स्पष्ट आश्वासन हासिल कर लेना चाहिए। इस मुद्दों में जल साझेदारी, समुद्री सीमा, बांग्लादेशी उत्पादों के लिए व्यापार और बाजार विस्तार तथा बांग्लादेशी समाचार चैनलों को भारत से संचालित किए जाने की अनुमति शामिल हैं।
खालिदा ने कहा, "यदि इन गंभीर मुद्दों को एजेंडे में सर्वोपरि नहीं रखा गया तो प्रधानमंत्री का दौरा फलदायी नहीं हो पाएगा।"
विदेश मंत्री दीपू मोनी ने कहा, "हम सभी प्रधानमंत्री के दौरे का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि यह दौरा हमें इतना सक्षम बना देगा कि हम भारत के साथ अपने वर्तमान मित्रवत रिश्तों की पहले से ही मजबूत बुनियाद को और मजबूत कर सकेंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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