बंधुआ मजदूरी प्रथा से मानवाधिकार आयोग चिंतित
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग बंधुआ मजदूरी प्रथा के खिलाफ मुहिम चलाए हुए है और राज्य स्तर पर कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में गुरुवार को आयोग और श्रम मंत्रालय ने मिलकर भोपाल में कार्यशाला का आयोजन किया। पटेल का मानना है कि प्रत्येक नागरिक को समान काम के मुताबिक वेतन और समानता का व्यवहार मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मानवता के खिलाफ पनपी इस प्रथा को समूल नष्ट करने के लिए प्रभावी रणनीति बनाना आवश्यक है। साथ ही स्थानीय स्तर पर भरपूर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएं जाए जिससे लोग काम की तलाश में दूसरे राज्य में पलायन ही न करें। उनका सुझाव है कि जिन बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया जाता है उनका जल्दी पुनर्वास होना चाहिए और उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिए।
इस कार्यशाला में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के विशेष प्रतिवेदक डॉ़ एल़ मिश्रा ने बंधुआ मजदूर प्रथा के उन्मूलन के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा सुनाए गए निर्णयों का ब्योरा दिया। इस मौके पर राज्य सरकार के अनेक अधिकारी मौजूद थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।