महाराष्ट्र में नक्सली हमले में 15 पुलिसकर्मी शहीद (लीड-2)
गढचिरोली जिले के नियंत्रण कक्ष के सहायक सब इंस्पेक्टर राजेंद्र होते ने बताया कि नक्सलियों ने दिन के 11 बजे धनोरा उपमंडल के सघन जंगली इलाके में तलाशी अभियान पर निकले पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया। यह क्षेत्र पुराधा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि धनोरा के जंगलों में सशस्त्र नक्सली छिपे हुए हैं और वे किसी बड़ी वारदात अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। सूचना के आधार पर 15 पुलिसकर्मियों का दल पुराधा से 10 किलोमीटर दूर धनोरा के जंगलों में तलाशी अभियान पर निकला।
होते ने कहा, "सभी सुरक्षाकर्मियों को अलग-अलग दौड़ाकर रणनीतिक रूप से मारा गया। इस तरह की घटना इससे पहले नहीं हुई थी। 1982 में गढ़चिरोली जिले की स्थापना के बाद से यह सबसे बड़ी घटना है। "
होते ने कहा, "नक्सलियों के हमले में एक सब इंस्पेक्टर और 14 पुलिस कांस्टेबल शहीद हो गए।"
घटना से चिंतित राज्य के पुलिस महानिदेशक ए.एन. राय ने आईएएनएस से कहा, "मैं सोमवार सुबह गढ़ चिरोली जा रहा हूं। वहां अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद अगली रणनीति बनाई जाएगी।"
बताया जा रहा है कि इस घटना में आठ नक्सलियों की मौत हुई है लेकिन इस संबंध में फिलहाल कोई आधिकारिक सूचना नहीं है।
अधिकारियों के अनुसार महाराष्ट्र के गृह मंत्री जयंत पाटिल और गृह राज्य मंत्री नितिन राउत संभवत: रविवार की देर रात या फिर सोमवार की सुबह गढचिरोली जाएंगे।
इस बीच मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने प्रभावित क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का आदेश दिया है।
नक्सल निरोधी दस्ता प्रमुख पंकज गुप्ता और गढ़चिरोली जिले के पुलिस अधीक्षक राजेश प्रधान घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। इसके साथ ही 150 पुलिस वैन में 3,000 सुरक्षाकर्मियों को घटनास्थल पर भेजा गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।