मध्यप्रदेश को लोक संस्कृति के रंगों से गुलजार करेगा 'भारत पर्व'
मध्यप्रदेश के संस्कृति एवं जनसंपर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में बताया, "भारत पर्व पूरे देश में अपनी तरह का अनूठा आयोजन है। इसमें 27 नाटक, गीत संगीत के अलावा भरत नाट्यम, लोक नृत्य बरेदी, ढिमरयाई, गौर आदिवासी नृत्य, करमा लागुरिया लोक नृत्य, बधाई, अहिराई, लोक नृत्यों की धूम रहेगी।"
उन्होंने बताया कि इस आयोजन में प्रदेश की अनुसूचित जाति, जनजाति सहित सभी श्रेष्ठ और अग्रणी सांस्कृतिक दलों एवं कलाकारों को अवसर दिया जाता है। गणतंत्र दिवस की संध्या पर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में लोक संस्कृति के कार्यक्रमों की धूम रहेगी। स्वराज संस्थान संचालनालय और संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस आयोजन में प्रदेश की 81 कला मंडलियों के लगभग 2,000 से अधिक कलाकर अपनी कला का जौहर दिखाएंगे।
संस्कृति मंत्री के अनुसार भारत पर्व का मकसद आम आदमी को लोक संस्कृति से परिचित कराना, प्रतिभाओं को मौका देना और आजादी की लड़ाई से अवगत कराना है। इस मौके पर भारतीय स्वाधीनता संग्राम की महागाथा पर केंद्रित सी़ डी़ और 26 ऑडियो एलबम जारी किए जाएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।