हवाई अड्डा अधिकारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी के विरुद्ध अनुसूचित जनजाति का फर्जी प्रमाण पत्र रखने और इसके जरिये नौकरी हासिल करने का मामला उजागर हुआ है। इसके लिए उन्हें अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है।
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी के विरुद्ध अनुसूचित जनजाति का फर्जी प्रमाण पत्र रखने और इसके जरिये नौकरी हासिल करने का मामला उजागर हुआ है। इसके लिए उन्हें अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है।
मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात एयर ट्रैफिक मैनेजमेंट के महाप्रबंधक एम. जी. जंगहरे पर सन 1985 में अपनी सेवा की शुरुआत में अनुसूचित जनजाति का फर्जी प्रमाण पत्र लगाने का आरोप है।
एएआई द्वारा की गई एक जांच के मुताबिक जंगहरे धोबी समुदाय से आते हैं जिसे महाराष्ट्र में अन्य पिछड़ा वर्ग का माना जाता है लेकिन उन्होंने अपनी नौकरी के लिए प्रस्तुत प्रमाणपत्र में अपने आप को अनुसूचित जनजाति का बताया है।
एएआई के मुख्य सतर्कता अधिकारी डी.एस. मिश्रा ने आईएएनएस को बताया, "हम उनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला तैयार कर रहे हैं। मामले की जांच चल रही है। दोषी पाए जाने पर उन्हें सेवा से हटाया भी जा सकता है।"
इस मामले में जब जंगहरे से संपर्क किया गया तो उन्होंने बात करने से इंकार कर दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।