महंगाई 13 साल के रिकार्ड स्तर पर
माना जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि किए जाने के कारण महंगाई ने यह छलांग लगाई है, क्योंकि इससे पहले के सप्ताह के दौरान यह 8.5 प्रतिशत के स्तर पर थी।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक 7 जून को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान ईंधन, ऊर्जा और स्नेहक (लुब्रिकेंट) के थोक मूल्य सूचकांक में 7.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, हालांकि इस दौरान खाद्य वस्तुओं की थोक मूल्य सूचकांक में 1.1 प्रतिशत की मामूली गिरावट दर्ज की गई।
मुद्रास्फीति के नवीनतम अस्थाई आंकड़े जारी करते हुए उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि सात जून को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान लाइट डीजल तेल के थोक मूल्य सूचकांक में 21 प्रतिशत, रसोई गैस (एलपीजी) में 20 प्रतिशत, नैप्था में 17 प्रतिशत, फर्नेस ऑयल में 15 प्रतिशत, विमान इंधन (एटीएफ) में 14 प्रतिशत, पेट्रोल में 11 प्रतिशत, हाई स्पीड डीजल में 10 प्रतिशत और बिटुमेन में सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
इस दौरान गैर खाद्य पदार्थो की कीमतों में 1.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस
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