रांची में बनी राइफल रखने की आलमारियों ने सुरक्षाबलों को मन मोहा
रांची, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। रांची की एक कंपनी द्वारा बनाई गई राइफल रखने की आलमारी ने अपनी मजबूती से देश भर के सुरक्षा बलों में खासी लोकप्रियता हासिल की है।
रांची, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। रांची की एक कंपनी द्वारा बनाई गई राइफल रखने की आलमारी ने अपनी मजबूती से देश भर के सुरक्षा बलों में खासी लोकप्रियता हासिल की है।
आश्चर्य की बात यह है कि राष्ट्रपति भवन और नेपाल की शाही सेना समेत देश के लगभग सभी प्रमुख सैन्य संस्थानों द्वारा प्रयुक्त इस आलमारी का प्रयोग अभी तक झारखंड की पुलिस नहीं कर रही है।
इस संबंध में पूछे जाने पर राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जल्दी ही इन आलमारियों की खरीद की जाएगी।
रांची की केपी कंपनी द्वारा बनाई जाने वाली इन आलमारियों की आपूर्ति हवाई अड्डों, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स, असम राइफल्स समेत कई राज्यों की पुलिस द्वारा भी किया जा रहा है।
केपी कंपनी एक लघु उद्योग कंपनी है जिसकी स्थापना 1952 में की गई। कंपनी ने अपनी राइफल रखने वाली अलमारी का पेटेंट 1961 में हासिल किया। यह कंपनी आज तक 20,000 से ज्यादा राइफल रैक बना चुकी है। दस राइफलों को रखने वाली एक अलमारी की कीमत 13,800 रुपये आती है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक सत्येंद्र कुमार चोपड़ा ने आईएएनएस से बताया, "पहले हम केवल 303 राइफलों के लिए ही अलमारी बनाते थे। बाद में इसके डिजाइन में परिवर्तन किया गया। मौजूदा अलमारी में सभी आधुनिका हथियार रखे जा सकते हैं और उन्हें रखने और निकालने के लिए केवल 3 सेकंड का समय लगता है।"
कंपनी को 1979 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति वी.वी.गिरी ने उद्योग रत्न सम्मान से सम्मानित किया था। 2002 में कंपनी को राज्य सरकार द्वारा भी सम्मानित किया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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