संगीत से मधुर हो सकते हैं सम्बन्ध
आगरा 20 फ्रवरी.वार्ता.प्रसिद्ध गजल गायक गुलाम अली ने कहा है किभारत और पाकिस्तानके रिश्तों को मजबूत करने के लिये सुरो से जुडेलोग रिश्तों में .मिठास.घोल रहे हैं लेकिन चंद लोग फिंजा खराब करनेपर तुले हुये हैं
शिल्पग्राम में ताज महोत्सव के दौरान अपनी आवाज का जादूबिखरते गजल गायक गुलाम अली ने कल रात कहा कि हमारी संस्कृतिप्यार बांटना है और गजल का प्यार से गहरा रिश्ता है जिसके जरिये दोनोंअवाम के गायक आपस में एक दूसरे के देश में जाकर भारत और पाकिस्तान के रिश्ते मजबूत करने में जुटे है1 पाकिस्तान के मशहूर गजल गायक गुलाम अली गजल के साथनित्य नये प्रयोग से खिन्न दिखे1 उनका मानना है कि गजल गाने काशास्त्रीय अंदाज है लिहाजा उसे बरकरार रखना जरुरी है1 उन्होने कहा कि गजल को राग में रहने दो गजल आंखें मूंद कर सुना जाने वाला रुहानी संगीत है इसे ..क्लासीकल म्यूजिक.. की चाश्नी में घोलते रहिये ताकि गजल का मूल स्वरुप बना रहे
गांगुली.शिव.प्रभु 180
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