अर्थ. आईएफसीआई. विदेशी संस्थान
आईएफसीआई में विदेशी संस्थागत निवेश 74 प्रतिशत तक करने की अनुमति नयी दिल्ली 31 दिसंबर .वार्ता. रिजर्व बैंक ने देश के सबसे पुराने विकास वित्त संस्थान. भारतीय औद्योगिक वित्त निगम .आईएफसीआई. में विदेशी संस्थागत निवेशकों की खरीदारी उसकी चुकता पूंजी के 74 प्रतिशत तक करने की अनुमति दे दी
रिजर्व बैंक की यहां जारी विग्यप्ति के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेश इस सरकारी संस्थान में प्राइमरी और शेयर बाजारों के जरिये उसके शेयरों और रिणपत्रों में कुल चुकता पूंजी के 74 प्रतिशत तक खरीदारी कर सकेंगे1 आईएफसीआई के निदेशक मंडल और असाधरण आम बैठक में इस आशय का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है
खस्ताहाली के दौर से गुजर रहा आईएफसीआई हाल ही में घाटे से उबरकर मुनाफा कमाने की स्थिति में आया है1 संस्थान ने नई पूंजी जुटाने और अपने पुराने कर्ज को चुकाने के लिये रिणपत्रों को इक्विटी में बदलने तथा 26 प्रतिशत शेयर बेचकर रणनीतिक भागीदार को प्रबंधन शामिल करने का एक प्रयास नवंबर..दिसंबर में किया था1 लेकिन सौदा परवान नहीं चढ पाया और स्टरलाइट..मोर्गन स्टेनले की बोली को आईएफसीआई ने नामंजूर कर दिया
रिजर्व बैंक की ताजा अधिसूचना को इसी से जोडकर देखा जा रहा है1 अब आईएफसीआई में पोर्टफोलिया निवेश के जरिये विदेशी संस्थागत निवेशक उसकी चुकता पूंजी के 74 प्रतिशत तक खरीद सकेंगे1 आईएफसीआई की चुकता पूंजी करीब 630 करोड पये तक है1 सरकारी बैंकों. बीमा कंपनियों के पास आईएफसीआई के करीब 1479 करोड पये के परिवर्तनीय बौंड हैं1 इसमें से 500 करोड पये के बौंड बीमा कंपनियों और बाकी 1000 के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास हैं1 आईएफसीआई ने इसमें से 50 प्रतिशत रिणपत्रों को इक्विटी में परिवर्तित करने और शेष पर अधिक ब्याज दर देने की पेशकश की हुई है
महाबीर जगबीर2046वार्ता