मुशर्रफ ने की बेनजीर की हत्या: सुरैया
टोरंटो
28
दिसंबर:
बेनजीर
भुट्टो
की
नृशंस
हत्या
से
स्तब्ध
तथा
क्षुब्ध
विदेशों
में
बसे
पाकिस्तान
पीपुल्स
पार्टी
के
समर्थकों
ने
बेनजीर
हत्याकांड
में
परवेज
मुशर्रफ
को
सीधे
तौर
पर
संलिप्त
बताया
है.
1976
में
जुल्फिकार
अली
भुट्टो
के
टोरंटो
पहुँचने
पर
कनाडा
में
पाकिस्तान
पीपुल्स
पार्टी
की
क्षेत्रीय
शाखा
की
स्थापना
करने
वाली
बाजी
सुरैया
खान
ने
कहा
कि
बेनजीर
की
हत्या
पूरी
तरह
से
पाकिस्तानी
सेना
का
कुकृत्य
है.
वह एक सेना द्वारा नियंत्रित इलाके में बुलेटप्रूफ परिधान पहने हुए उपस्थित थीं तथा एक बुलेटप्रूफ वाहन में ही सवार थीं. अत: कोई अचूक निशानेबाज ही उनकी हत्या कर सकता था तथा उनका कयास है कि सेना ने ही बेनजीर की हत्या की है.
उन्होंने कहा कि बेनजीर के अक्टूबर में दुबई से पाकिस्तान जाने से पूर्व उन्होंने बेनजीर से बात की थी तथा बेनजीर ने मुशर्रफ को वे तीन नाम बताए थे जिनसे उनकी जान को खतरा हो सकता था. वह पत्र अभी भी पाकिस्तान सरकार की फाइलों में मौजूद है तथा यदि निष्पक्षता से जाँच की जाए तो वे नाम सामने आ जाएंगे. उनमें से एक व्यक्ति मुशर्रफ का दाहिना हाथ है.
सुरैया खान ने कहा कि मुशर्रफ ने अमेरिका के दबाव में आकर बेनजीर तथा नवाज शरीफ को वापस आने की अनुमति तो दे दी, परंतु वह कभी भी पाकिस्तान में उनकी उपस्थिति को सहन नहीं कर पाए. उन्होंने यह भी कहा कि मुशर्रफ ने चार-पाँच दिन पहले नवाज शरीफ की हत्या करने का भी प्रयास किया था, तथा बेनजीर की हत्या के बाद नवाज शरीफ का भी यही हश्र होने वाला है.
वहीं टोरंटो के जाने माने मीडियाकर्मी रहील रजा ने कहा कि यह दुखद घटना पाकिस्तान के बेहद भयानक भविष्य का संकेत है तथा अब पाकिस्तान में गृहयुद्ध छिड़ने तथा मार्शल लॉ लगा दिये जाने की संभावनाएं बहुत बढ़ गई हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना ने पाकिस्तान को गहरे अंधकार में धकेल दिया है तथा इस हत्या ने सभी मुस्लिम उदारवादियों तथा महिलाओं को पूरी तरह से शक्तिविहीन कर दिया है.
उन्होंने
कहा
कि
पाकिस्तान
पूरी
तरह
से
वहाबियों
का
गढ़
बन
चुका
है
तथा
बेनजीर
उनके
विरुद्ध
खुलकर
बोलती
थीं.
आज
वह
आवाज
हमेशा
हमेशा
के
लिए
खामोश
कर
दी
गई
है.