अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी का फैसला, प्रैक्टिकल और लैब के लिए आ सकेंगे
अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी का फैसला, प्रैक्टिकल और लैब के लिए आ सकेंगे
नई दिल्ली, 6 सितंबर: दिल्ली विश्वविद्यालय ने हाल ही में चरणबद्ध तरीके से कक्षाएं शुरू करने का फैसला लिया है। इसको लेकर सोमवार को विश्वविद्यालय की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि अंतिम वर्ष के छात्र प्रैक्टिकल और लैब के लिए आ कैंपस आ सकेंगे। हालांकि थ्योरी कक्षाएं अभी ऑनलाइन ही चलेंगी। थ्योरी कक्षाओं के लिए यूनिवर्सिटी अभी नहीं आना होगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने कहा है कि वो दोनों तरह यानी ऑनलाइन-ऑफलाइन कक्षाएं संचालित करेगा। यूजी/पीजी पाठ्यक्रमों की थ्योरी कक्षाएं ऑनलाइन चलेंगीं। वहीं अंतिम वर्ष के यूजी/पीजी छात्रों के प्रैक्टिकल और लैब 15 सितंबर से शुरू हो जाएंगी। हालांकि लैब और में भी 50 फीसदी क्षमता के साथ ही छात्रों को प्रैक्टिकल करने की अनुमति मिलेगी। यूनिवर्सिटी ने इसको लेकर आज दिशा निर्देश जारी किए हैं।
देश में कोरोना महामारी फैलने के करीब डेढ़ साल बाद अब डीयू छात्रों के लिए परिसर खोल रहा है। 15 सितंबर से छात्रों को परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। कुलसचिव डा विकास गुप्ता ने कहा कि प्रथम वर्ष के दाखिले अभी हो रहे हैं। जबकि द्वितीय व तृतीय वर्ष के छात्रों की पढ़ाई ऑनलाइन चल रही है। छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए चरणबद्ध तरीके से कालेज, विभाग खोले जाएंगे। पहले अंतिम वर्ष के विज्ञान संकाय के छात्रों को प्रवेश की इजाजत होगी। छात्र लाइब्रेरी और प्रयोगशाला का प्रयोग कर सकेंगे।
यूनिवर्सिटी की ओर से ये भी साफ कर दिया गया है कि अभी यह पूरी तरह छात्रों की इच्छा पर निर्भर करेगा कि वो कालेज आना चाहते हैं या नहीं। ऑफलाइन कक्षा के लिए किसी पर दबाव नहीं डाला जाएगा। छात्र खुद कैंपस आने को लेकर फैसला करेंगे।
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