Fact Check: सेना में 2017 से नेपाल के सिर्फ 2 गोरखा हुए हैं भर्ती? जानिए वायरल पोस्ट की क्या है सच्चाई
नई दिल्ली, अगस्त 26। सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक पोस्ट काफी वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि इंडियन आर्मी अपनी गोरखा रेजिमेंट के लिए भर्ती के लिए उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर पूर्व भारत पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है। वायरल पोस्ट लोगों को भ्रमित ना करे इसके लिए खुद इंडियन आर्मी ने स्पष्टीकरण जारी किया है। भारतीय सेना की ओर से कहा गया है कि वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत है।
सेना ने वायरल पोस्ट को बताया फर्जी
इंडियन आर्मी के ट्विटर हैंडल से किए गए एक पोस्ट में कहा गया है कि वायरल पोस्ट पूरी तरह से फेक है, लोग इस पर बिल्कुल भी यकीन न करें। साथ ही एडीजीपीआई ने भी नागरिकों से आग्रह किया है कि वो ऐसी अफवाहों पर ध्यान देकर इन्हें बढ़ावा ना दें। आपको बता दें कि वायरल पोस्ट ट्विटर पर @RealBabaBanarasi नाम के हैंडल से पोस्ट की गई थी, लेकिन अब यह ट्विटर हैंडल डिलीट भी हो चुका है और आर्मी ने इस पोस्ट को फर्जी करार दिया है।
क्या कहा गया है फेक ट्वीट में?
बाबा बनारसी नाम के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया है, 'नेपाल से 2 गोरखा (2017 से) भर्ती किए गए हैं, हम उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर पूर्व भारत से गोरखा रेजिमेंट में गोरखा सैनिकों की भर्ती पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं"
आपको बता दें कि नेपाल की वजह से ही अग्निपथ योजना एकबार फिर से सुर्खियों में आ गई है। दरअसल, नेपाल ने भारत से कहा है कि अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना में गोरखाओं की भर्ती को रोक दिया जाए। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित 'गोरखा रिक्रूटमेंट डिपो' को नेपाल के बुटवल में 25 अगस्त से सात सितंबर तक अग्निवीरों की भर्ती करने वाला था, लेकिन अग्निपथ योजना पर नेपाल की चुप्पी और फिर नेपाल का भर्ती रोकने के लिए कहने की वजह से भर्ती रैली का आयोजन नहीं हो पाया।
Fact Check
दावा
Viral post regarding recruitment of Gorkhas 'fake
नतीजा
Viral post regarding recruitment of Gorkhas 'fake
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