500 रुपए के दो तरह के नोट को लेकर वायरल हो रही खबर, क्या है इसका सच, RBI ने दी जानकारी
नई दिल्ली, 27 जून। देश में पहली बार 2000 रूपए की नोट की शुरुआत की गई, लेकिन अब बहुत ही कम लोगों के पास 2000 रुपए की नोट देखने को मिल रही है। लोगों में 500 रुपए की नई नोट का काफी चलन है, एटीएम से भी ज्यादातर 500 रुपए के ही नोट निकलते हैं। लेकिन 500 रुपए की दो तरह की नोट हैं, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग तरह के दावे कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि सिर्फ उन्ही 500 रुपए के नोट को स्वीकार करना चाहिए जिसमे आरबीआई के गवर्नर के हस्ताक्षर गांधीजी के पास से होकर गुजर रहा हो। जिस नोट पर हरी लाइन गवर्नर के हस्ताक्षर के पास से गुजर रही हो उसे स्वीकार नहीं करना चाहिए।
सोशल मीडिया पर वायरल इस खबर को लेकर पीआईबी की फैक्ट चेक ने भी जानकारी साझा की है और कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह खबर फर्जी है। पीआईबी की ओर से कहा गया है कि आरबीआई के अनुसार दोनों ही नोट वैद्य हैं और इसे स्वीकार किया जाता है। लिहाजा सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर फर्जी है। सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में कहा जा रहा है, 500 रुपए का वह नोट नहीं लेना चाहिए जिसमें हरी पट्टी आरबीआई गवर्नर के सिग्नेचर के पास न होकर गांधीजी की तस्वीर के पास होती है। जिसके जवाब में पीआईबी की ओर से कहा गया है, यह दावा फर्जी है, आरबीआई के अनुसार दोनों ही नोट मान्य हैं।
बता दें कि सोशल मीडिया के इस दौर में जिस तरह से फर्जी जानकारियां साझा की जाती हैं उसे देखते हुए पीआईबी की ओर से फैक्ट चेक मुहिम की शुरुआत की गई है। जिसमें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों के सच के बारे में लोगों को आधिकारिक जानकारी दी जाती है। इससे पहले दावा किया गया था कि 5, 10 और 100 रुपए के पुराने नोट बंद होने वाले हैं। सोशल मीडिया पर इस खबर के वायरल होने के बाद भी पीआईबी की ओर से कहा गया था कि आरबीआई की ओर से इस तरह की किसी भी योजना का ऐलान नहीं किया गया है, लिहाजा यह खबर पूरी तरह से फर्जी है और सभी पुराने नोट वैद्य रहेंगे।
Fact Check
दावा
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नतीजा
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