Fact check:केंद्र ने 18-44 वर्ष के लोगों के लिए मिले टीकों को अन्य उम्र को लोगों को देने की नहीं दी सलाह
नई दिल्ली, मई 12: कोरोना से बचाव के टीकों की कमी के कारण महाराष्ट्र सरकार ने 18-44 साल के लोगों को डोज देने पर रोक लगा दी है। मंगलवार को राज्य सरकार ने कहा कि हमें 18 से 44 साल वालों के लिए कोवैक्सीन की 3 लाख शीशी मिली हैं, लेकिन हम इनका इस्तेमाल 45 साल से ऊपरवाले लोगों के लिए करेंगे। अब इस पर केंद्र की ओऱ से सफाई आई है। केंद्र ने स्पष्ट किया कि यह सुझाव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा नहीं दिया गया था।
एक ट्वीट में दावा किया गया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने महाराष्ट्र सरकार को राज्य में 18-44 वर्ष की आयु के नागरिकों को आवंटित वैक्सीन को 45 इससे अधिक आयु वर्ग के लिए उपयोग करने का सुझाव दिया है। सरकार की ओर से इस पर सफाई आई है। केंद्रीय सरकार ने इस दावे को गलत बताया है। सरकार ने कहा कि, उनकी ओर से ऐसा कोई सुझाव नहीं दिया गया है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से फोन पर बात हुई है, लेकिन उनके पास भी टीके की खुराक उपलब्ध नहीं है। केंद्र सरकार ने 45 पार वालों को टीका मुफ्त मुहैया कराने की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन वह टीका मुहैया नहीं करा पा रही है। हमें 18 से 44 साल वालों के लिए कोवैक्सीन की 3 लाख शीशी मिली हैं, लेकिन हम इनका इस्तेमाल 45 साल से ऊपरवाले लोगों के लिए करेंगे। Fact Check: क्या बंगाल हिंसा के बाद केंद्र ने ममता सरकार की शक्तियों को छीन लिया है? जानें सच
राजेश टोपे ने बताया, 'राज्य में 45 साल से ज्यादा के पांच लाख से ज्यादा लोग टीके की दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे हैं। अगर तय समय में दूसरी डोज नहीं दी गई, तो टीके के असरदार होने में फर्क पड़ सकता है। ऐसे संकट से बचने के लिए फिलहाल 18-44 साल के लोगों के लिए खरीदी गई कोवैक्सीन 45 से ऊपर वालों की लगाई जाएगी। केंद्र ने स्पष्ट किया कि उसने राज्यों से वैक्सीन की दूसरी खुराक को प्राथमिकता देने के लिए कहा था, लेकिन यह सुझाव नहीं दिया कि 18-44 वर्ष की आयु के बीच नागरिकों के लिए अनुमत टीकों का पुन: उपयोग करें।
Fact Check
दावा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने महाराष्ट्र सरकार को राज्य में 18-44 वर्ष की आयु के नागरिकों को आवंटित वैक्सीन को 45 इससे अधिक आयु वर्ग के लिए उपयोग करने का सुझाव दिया है।
नतीजा
केंद्र ने स्पष्ट किया कि उसने राज्यों से वैक्सीन की दूसरी खुराक को प्राथमिकता देने के लिए कहा था, लेकिन यह सुझाव नहीं दिया कि 18-44 वर्ष की आयु के बीच नागरिकों के लिए अनुमत टीकों का पुन: उपयोग करें।