निफ्टी में लिस्टेड कंपनियों के सीईओ को मिलती है बंपर सैलरी, कर्मचारियों से है 237 गुना अधिक
निफ्टी सूचकांक में लिस्टेड सभी कंपनियों को सीईओ की औसत सैलरी 13 करोड़ रुपए है। यह सैलरी कर्मचारियों की औसत सैलरी से 237 गुना अधिक है।
नई दिल्ली। इंफोसिस का विवाद कुछ इस तरह से बढ़ा कि कंपनियों में हर एग्जिक्युटिव की सैलरी एक मुद्दा बन गई। यहीं से धीरे-धीरे ये मुद्दा सुर्खियों में छाने लगा। इंफोसिस के सीईओ विशाल सिक्का की सैलरी के मामले में कंपनी के बोर्ड की भी खूब आलोचना हुई। यहां आपको बता दें कि निफ्टी सूचकांक में लिस्टेड सभी कंपनियों को सीईओ की औसत सैलरी 13 करोड़ रुपए है। यह सैलरी कर्मचारियों की औसत सैलरी से 237 गुना अधिक है। निफ्टी में कुल 50 कंपनियां हैं। यह देखा गया है कि जहां एक ओर कर्मचारियों की सैलरी में हर साल 7.5 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है, वहीं सीईओ की सैलरी में करीब 49 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।
यह सारी जानकारी पे रेशियो डेटा से प्राप्त हुई है, जिसकी जानकारी हर प्राइवेज कंपनी को देनी होती है। अब चौंकाने वाली एक और बात यह है कि कर्मचारियों की तुलना में अधिक सैलरी पाने वाले सीईओ में टॉप पर हैं इंफोसिस के सीईओ विशाल सिक्का। विशाल सिक्का को मिलने वाला सैलरी पैकेट 48.7 करोड़ रुपए है, जो एक आम कर्मचारी की सैलरी से 935 गुना अधिक है। उनके कॉम्पेनसेशन में पिछले साल के मुकाबले 752 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। हालांकि, इसकी वजह यह थी कि उन्हें दो साल की वेरिएबल पे एक साथ मिली थी। ये भी पढ़ें- 2017 में जी-20 देशों में सबसे अधिक होगी भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर
निफ्टी की टॉप 10 कंपनियों में चार कंपनियां ऐसी हैं, जिनके पे रेशियो आईटी सेक्टर में सबसे अधिक है। अगर निफ्टी में सबसे अधिक सैलरी पाने वालों को देखा जाए तो इसमें सबसे अधिक सैलरी है हीरो मोटो कॉर्प के पवन मुंजाल की। इनकी सैलरी 57.4 करोड़ रुपए है, जो कंपनी के अन्य कर्मचारियों की औसत सैलरी की तुलना में 755 गुना अधिक है।