तेलंगाना: सीएम केसीआर के चुनावी बजट में हो सकता है अब तक का सबसे बड़ा आवंटन
सरकारी सूत्रों ने कहा कि इस बार बजट का कुल व्यय लगभग 2.5 लाख करोड़ होने की संभावना है। वित्त मंत्री बजट में कल्याणकारी योजनाओं और विकास परियोजनाओं के बीच संतुलन बनाने की पूरी कोशिश करेंगे।
अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम चरण में, केसीआर सरकार दूसरे कार्यकाल के पहले के तीन बजटों की तुलना में साल-दर-साल कुल आवंटन में सबसे बड़ी वृद्धि के साथ एक चुनावी बजट पेश करने के लिए तैयार है। साल 2022-23 में, व्यय (कर्ज की रकम को छोड़कर) 2.4 लाख करोड़ था, जो 2021-22 (2 लाख करोड़) के संशोधित अनुमान से 22 फीसदी अधिक है। इसी तरह 2021-22 में, कुल व्यय 2.3 लाख करोड़ था, जो 2019-20 में कुल व्यय से 13 फीसदी ज्यादा था।
साल 2020-21 में, कुल व्यय 1.8 लाख करोड़ था, जो 2019-20 के संशोधित अनुमान से 28.7 फीसदी अधिक था। 2019-20 में कुल खर्च 1.4 लाख करोड़ था, जो 2018-19 के संशोधित अनुमान से 9.1 फीसदी कम था। यह एकमात्र साल था, जब पिछले साल की तुलना में हुए आवंटन में वृद्धि नहीं हुई।
सरकारी सूत्रों ने कहा कि इस बार बजट का कुल व्यय लगभग 2.5 लाख करोड़ होने की संभावना है। वित्त मंत्री बजट में कल्याणकारी योजनाओं और विकास परियोजनाओं के बीच संतुलन बनाने की पूरी कोशिश करेंगे।
2022-23 में राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 4% था, जो केंद्रीय बजट में निर्धारित जीएसडीपी सीमा 4 फीसदी के बराबर था। 2021-22 में, राज्य की जीएसडीपी का 3.88 फीसदी का राजकोषीय घाटा केंद्र की जीएसडीपी के 4.5 फीसदी की अनुमत सीमा से कम था। केंद्र ने नए बजट में घोषणा की, कि अनुमत राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 3.5% होना चाहिए।