'ऑपरेशन सेंटर'सुनिश्चित करेगा विशाखापत्तनम शहर की स्वच्छता
पिछले कई महीनों में विशाखापत्तनम शहर की साफ-सफाई में स्पष्ट गिरावट देखी गई है। कई दिनों से सड़कों पर या घरों के बाहर पड़े लावारिस कचरे की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। ग्रेटर विशाखापत्तनम नगर निगम ने अब शहर में स्वच्छता और सफाई गतिविधियों से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।
लगभग 180 करोड़ रुपये की विजाग स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विकसित 'सिटी ऑपरेशंस सेंटर' स्वच्छता निगरानी केंद्र बन जाएगा। जीवीएमसी स्वच्छता कर्मचारियों की उपस्थिति, झाडू लगाने/स्वच्छता गतिविधियों, अपशिष्ट संग्रह/परिवहन दक्षता आदि की निगरानी के लिए आईटी उपकरणों को तैनात करने के लिए सीओसी में एक विशेष सेल का गठन करेगा।
जीवीएमसी आयुक्त पी राजा बाबू ने कहा कि जीवीएमसी सीओसी के दायरे को आईटी संचालित स्वच्छता गतिविधियों तक विस्तारित करना चाहता है, जिसमें निगरानी, माप और स्वच्छता कार्यों का बेहतर प्रबंधन शामिल है।
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आयुक्त ने कहा कि, विशेष प्रकोष्ठ, जिसे जीवीएमसीस्थापित करने की योजना बना रहा है, एक दिन में तीन पारियों में काम करेगा। उदाहरण के लिए यदि सीओसी यह पहचान करता है कि एक विशेष खंड को साफ नहीं किया गया है, तो हम वैकल्पिक उपाय कर सकते हैं। जीवीएमसी को कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए 500 और सेनेटरी कर्मचारियों की भर्ती के लिए आवश्यक मंजूरी मिल गई है।