उत्तराखंड: लोगों को लुभा रही ईकोफ्रैंडली मूर्ति, दुर्गा पूजा के लिए शुरू हो गई एडवांस बुकिंग
दुर्गा पूजा को लेकर आमजन को मिट्टी की खुशबू और पर्यावरण संरक्षण अपनी ओर खींच रहा है। यही वजह है कि इस बार देहरादून में दुर्गा महोत्सव ईकोफ्रैंडली मूर्तियों के साथ मनाने की तैयारी चल रही है।
देहरादून, 18 सिंतबर: दुर्गा पूजा को लेकर आमजन को मिट्टी की खुशबू और पर्यावरण संरक्षण अपनी ओर खींच रहा है। यही वजह है कि इस बार देहरादून में दुर्गा महोत्सव ईकोफ्रैंडली मूर्तियों के साथ मनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए कोलकाता से पहुंचे मूर्तिकार देहरादून में मिट्टी की मूर्तियां बना रहे हैं। खास बात ये है कि छह से आठ फीट की इन मिट्टी की मूर्तियों की मांग भी शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से आ रही है।
पांच अक्टूबर तक चलेगा दुर्गा महोत्सव
गणेश चतुर्थी के समापन के बाद दुर्गा पूजा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। एक अक्टूबर (षष्टी) से शुरू होने वाला दुर्गा महोत्सव पांच अक्टूबर को विसर्जन और सिंदूर खेला के साथ संपन्न होगा। पूजा और पांडाल सजाने की तैयारी के साथ ही मूर्तियों की एडवांस बुकिंग चल रही है। वहीं, मूर्तिकारों में भी उत्साह देखने को मिल रहा है।
बिंदाल स्थित दुर्गाबाड़ी मंदिर में इन दिनों कोलकाता के कारीगर पहुंच चुके हैं। यहां छह से 12 फुट ऊंची ईको फ्रैंडली मूर्तियां बनाई जा रही हैं। इन मूर्तियों को लकड़ी, मिट्टी, भूसे, घास, बांस व जूट से तैयार किया जा रहा है।
टिहरी
और
ऋषिकेश
से
भी
मूर्तियों
की
एडवांस
बुकिंग
12
साल
से
मूर्ति
बना
रहे
कोलकाता
के
कारीगर
दीपांकर
के
अनुसार
अभी
छह
मूर्तियां
बनाई
हैं,
इन्हें
अब
पेंट
करके
अंतिम
रूप
दिया
जाएगा।
देहरादून
के
विभिन्न
क्षेत्रों
के
अलावा
टिहरी
और
ऋषिकेश
से
भी
मूर्तियों
की
एडवांस
बुकिंग
मिली
है।
ज्यादातर
माता
लक्ष्मी,
सरस्वती,
दुर्गा
और
भगवान
गणेश,
कार्तिकेय,
राक्षस,
शेर
की
मूर्तियां
डिमांड
में
हैं।
इन
मूर्तियों
की
कीमत
पांच
हजार
रुपये
से
शुरू
है।
दून में मुख्य रूप से आराघर, दुर्गाबाड़ी मंदिर बिंदाल, करनपुर, रायपुर, प्रेमनगर में दुर्गा महोत्सव के तहत भव्य मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। इसके लिए आयोजक तैयारी में जुट गए हैं। उत्तरायण कालीबाड़ी दुर्गा पूजा समिति के संयोजक अधीर मुखर्जी ने बताया कि आराघर स्थित माडल कालोनी में 42वां दुर्गा महोत्सव मनाया जाएगा। स्थानीय कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे। देहरादून दुर्गाबाड़ी समिति के सचिव रमेश मोदक ने बताया कि इस बार महोत्सव भव्य रूप से मनाया जाएगा।
बंगाली लाइब्रेरी पूजा समिति करनपुर स्थित बंगाली लाइब्रेरी में दुर्गा पूजा का 100वां महोत्सव मनाएगी। समिति के महासचिव आलोक चक्रवर्ती ने बताया कि महोत्सव के तहत शांति निकेतन कोलकाता, दिल्ली का श्री ग्रुप सांस्कृतिक प्रस्तुति देगा। स्थानीय कलाकारों की टीम ढाई घंटे में हिंदी में रामायण का मंचन करेगी। फिलहाल परिसर में मूर्ति बनाने का कार्य चल रहा है।
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