CM भूपेश बघेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को किया याद
रायपुर,2 अक्टूबर। आज गांधी जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती भी है। इस मौके पर रायपुर में कई जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन कार्यक्रमों में हिस्
रायपुर,2 अक्टूबर। आज गांधी जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती भी है। इस मौके पर रायपुर में कई जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं। उन्होंने कहा है कि गांधीजी के दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए छत्तीसगढ़ ग्राम स्वराज की दिशा में आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार ने इस लक्ष्य को साधने के लिए सुराजी गांव योजना शुरू की है और नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी को नये रूप में विकसित किया जा रहा है।
सुराजी गांव योजना के बने गौठानों आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित हो रहे है। गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में सुराजी गांव योजना एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की करूणा, छत्तीसगढ़ सरकार का मूलमंत्र है।
तीन साल पहले 2019 में गांधी जयंती के दिन ही हमने कुपोषण के खिलाफ निर्णायक जंग का ऐलान किया था, इसके उल्लेखनीय परिणाम सामने आए हैं। लगभग 50 प्रतिशत कुपोषित बच्चों को हम कुपोषण से बाहर लाने में सफल रहे हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है। गांधी जी ने सबकी अच्छी सेहत के लिए कई प्रयोग किए इसलिए हमने सार्वभौम स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिता दी है।
गांधीजी के छत्तीसगढ़ आगमन ने महिलाओं, विद्यार्थियों, सफाई कर्मचारियों सहित सभी नागरिकों को देश प्रेम के नये जोश और ऊर्जा से भर दिया और प्रदेश में सत्य-अहिंसा, समरसता और सांप्रदायिक सद्भाव की अलख जगायी। श्री बघेल ने कहा कि हम सब गांधीजी के पदचिन्हों पर चलते हुए 'नया छत्तीसगढ़' गढ़ेंगे और उनके ग्राम स्वराज्य के सपने को साकार करेंगे।
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें किया नमन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंनेे अपने संदेश में कहा है कि शास्त्री जी ने सादगी से जीवन जिया और अपना पूरा जीवन गरीबों की सेवा में अर्पित कर दिया। वास्तव में वे सच्चे गांधीवादी थे। उन्होंने भारतीय स्वाधीनता संग्राम में उनका महत्वपूर्ण योगदान था।
उन्होंने वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय देश को कुशल नेतृत्व प्रदान किया और 'जय जवान-जय किसान' का नारा देकर जनता का मनोबल बढ़ाया, जिससे सारा देश एकजुट हो गया। श्री बघेल ने कहा कि शास्त्री जी जैसे कर्मयोगी सदा लोगों को प्रेरित करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने शायर हाजी हसन अली 'हसन' को उनकी जयंती पर किया याद
इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध शायर हाजी हसन अली 'हसन' को 02 अक्टूबर को जयंती पर उन्हें भी नमन किया। मुख्यमंत्री बघेल ने श्री हसन के उर्दू भाषा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान को याद करते हुए कहा है कि श्री हाजी हसन अली 'हसन' ने उर्दू भाषा को जनप्रिय बनाने के लिए कई काम किए।
श्री हाजी हसन ने हिन्दी से उर्दू पढ़ना-लिखना सीखने के लिए कई किताबें लिखी, इससे दोनों भाषाओं को सीखने और समझने में रूचि रखने वालों को आसानी हुई है। राज्य सरकार ने उनके सम्मान में राज्य अलंकरण की स्थापना की है। श्री बघेल ने कहा है कि उनका साहित्य उर्दू भाषा को जानने और जनसामान्य में प्रचलित करने के लिए हमेशा रौशनी देता रहेगा।