
झारखंड राज्य दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
रांची,24 नवंबर: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार शाम को विशेष विमान से दिल्ली गए। वह अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में गुरुवार को आयोजित झारखंड राज्य दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। झारखंड दिवस पर मेले में झारखंड के पारंपरिक नृत्य, गीत और संस्कृति से लोग रू-ब-रू होंगे। इसका आयोजन शाम 5 बजे नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित एम्फी थिएटर में आयोजित होगा।

ट्रेड फेयर में न सिर्फ झारखंड के रेशमी परिधान लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, बल्कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं स्वरोजगार सृजन के लिए किए जा रहे कार्यों की झांकी भी लोगों को आकर्षित कर रही है। मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप मेले में कृषि, पशुपालन विभाग द्वारा जैविक कृषि, वन उत्पाद, जेरेडा, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड के स्टाल में प्रदर्शित कलाकृतियां दर्शकों द्वारा बेहद पसंद किए जा रहे है। इनकी बिक्री भी खूब हो रही है।
झारखंड जैविक कृषि प्राधिकार ने स्टॉल के माध्यम से उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है। मेले में आनेवालों को जैविक कृषि से संबंधित बुकलेट, फिल्म आदि जरिए जानकारी दी जा रही है। डॉ. एम शिवा ने कहा, करीब 97000 कृषक ओफाज से जुड़े हैं और 1 लाख हेक्टेयर भूमि से अधिक पर जैविक खेती हो रही है। इसे 20 लाख हेक्टेयर भूमि में करने का लक्ष्य है। 27 नवंबर तक आयोजित मेले में झारखंड पार्टनर स्टेट के तौर पर शामिल है। राज्य के बुनकरों, ट्राइबल शिल्पकारों द्वारा प्रदर्शित पारंपरिक आदिवासी जैकेट, टोपी आदि दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं।
इससे पहले अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष बिजेंद्र चौबे, महासचिव राममूर्ति ठाकुर और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने लंबित समस्याओं पर सीएम का ध्यान आकृष्ट कराया। कहा, चार मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं। इनमें अन्य राज्यों की तरह एमएसीपी का लाभ देने, छठे वेतनमान का अपग्रेडेड वेतनमान विसंगति दूर करने, अंतरजिला स्थानांतरण के नियम को सरल करने और शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने शामिल हैं। सीएम ने यह भी कहा कि अंतर जिला तबादला नीति की खामियों को दूर किया जाएगा। वार्ता के दौरान स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता, दीपक दत्ता, वाल्मीकि कुमार, असदुल्लाह, अजय ज्ञानी, हरेकृष्ण चौधरी, संतोष कुमार, सुधीर दूबे, आभा लकड़ा, संजय कांडुलना, रघु महतो, मनी उरांव, संजय कुमार, महेश्वर घोष व कृष्ण झा आदि उपस्थित थे।