साहित्य का नोबेल सम्मान क्लैजियो को
नोबेल पुरस्कार जारी होने पर स्वीडिश अकादमी द्वारा जारी प्रशस्तिपत्र में उनके लेखकीय योगदान की सराहना करते हुए कहा गया हैः वे अपनी काव्यात्मक साहसिकता, विषयासक्त आनंद और राज्यसत्तात्मक सभ्यता से परे मानवता की खोजकर एक नया प्रस्थान रचते हैं।
क्लैजियो की रचनाओं में आमतौर पर सहज चरित्रों को दर्शाया जाता है। हालांकि ४० से अधिक निबंधों, उपन्यासों और बच्चों के लिए लिखी गई किताबों में उनकी मुख्य थीम निर्वासन और आत्म की खोज के साथ-साथ सांस्कृतिक बिखराव और भूमंडलीकरण नजर आती है।
उनकी रचनाओं में आधुनिक सभ्यता और पारंपरिक संस्कृति के बीच संघर्ष भी देखने को मिलता है। विश्व के तमाम हिस्सों में रहने के दौरान उन्होंने लगातार फ्रांस में रहने वाले आप्रवासी नार्थ अमेरिकन्स, मैक्सिको में रहने वाले इंडियन्स और हिन्द महासागर में आइसलैंड वासियों के बारे में उसी तरह से लिखा है जैसे कि वे अपने अतीत के बारे में लिखते आए हैं।
क्लैजियो अमेरिका में बहुत लोकप्रिय नहीं हैं। वहां उनकी कुछ ही किताबों के अनुवाद पढ़ने के लिए उपलब्ध हैं। जबकि यूरोपीय साहित्य में उनको एक प्रमुख हस्ती माना जाता है। लंबे समय से यह भी माना जा रहा था कि वे आने वाले समय में नोबेल पुरस्कार विजेता बन सकते हैँ।
पुरस्कार
समारोह
स्टाकहोम
में
दस
दिसंबर
को
आयोजित
किया
जाएगा।
पुरस्कार
राशि
के
बतौर
क्लैजियो
को
१.४
मिलियन
डालर
मिलेंगे।
उन्होंने
कहाः
मैं
बहुत
खुश
हूं
क्योंकि
मुझे
इसकी
उम्मीद
नहीं
थी।