डोरिस लेसिंग को साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार
साहित्य के नोबेल पुरस्कार का इंतजार दुनिया को हर साल बड़ी बेसब्री से होता है. इस बार ब्रिटिश लेखिका डोरिस लेसिंग को साहित्य के लिए 2007 का नोबेल पुरस्कार दिया गया है. उन्होंने अपनी लेखनी से मानवीय संबंधों के अनछुए पहलुओं को उजागर किया है.
पुरस्कार का चयन करने वाली अकादमी ने 87 वर्षीय सुशी लैसिंग को वृहद अनुभवों वाली ऐसी लेखिका बताया है जिन्होंने अपनी लेखनी के जरिए विभाजित सभ्यता को बहुत से बिंदुओं पर कठघरे में खड़ा किया है.
गुरुवार को स्टॉकहोम में स्वीडिश अकादमी ने इस पुरस्कार की घोषणा करते हुए लेखिका की महिला के अनुभवों का चित्रण करने के लिए सराहना की. उनकी कृतियों को भविष्यद्रष्टा बताते हुए उसने कहा कि उन्होंने एक विभाजित सभ्यता को जांच के दायरे में ला दिया है. अकादमी ने श्रीमती लेसिंग के 1962 के उपन्यास 'गोल्डन नोटबुक' को एक महत्वपूर्ण रचना बताया है. यहां याद दिला दें कि नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत महान अविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में 1901 में हुई.