अब नए कलेवर में नजर आएगा 'मिशन शक्ति अभियान', सीएम योगी ने अफसरों को जारी किए निर्देश
अब नए कलेवर में नजर आएगा 'मिशन शक्ति अभियान', सीएम योगी ने अफसरों को जारी किए निर्देश
लखनऊ, 28 जुलाई: उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए योगी सरकार की ओर से चलाए गए मिशन शक्ति अभियान को और रफ्तार मिलने जा रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आलाअफसरों के साथ बैठक करते हुए खास निर्देश जारी किए हैं। बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से महिलाओं और बालिकाओं के लिए चलाई गई योजनाओं से बालिकाओं व उनके अभिभावकों को बड़ा सम्बल मिला है। अब इसे और रफ्तार देने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार की टीम 9 के साथ हुई बैठक के दौरान मिशन शक्ति के अभियान को और अधिक रफ्तार देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए संकल्पित है। दरअस, प्रदेश में मिशन शक्ति के पहले व दूसरे चरण की सफलता के बाद अब तीसरा चरण शुर होगा। तीसरे चरण में मिशन शक्ति नए कलेवर में दिखाई देगा।
कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद सीएम योगी की यह स्वर्णिम योजनाएं प्रदेश की महिलाओं बेटियों के लिए ढाल बनी हैं। सीएम ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार की ओर से चलाए गए मिशन शक्ति अभियान के लगातार सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में अब मिशन शक्ति को नई ऊर्जा के साथ नई दिशा देने की आवश्यकता है।
'कार्ययोजना
तैयार
करें
विभाग'
बैठक
के
दौरान
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
कहा
कि
महिला
स्वयं
सहायता
समूह,
बीसी
सखी
जैसे
प्रयासों
ने
ग्रामीण
क्षेत्रों
की
महिलाओं
को
स्वावलंबन
की
राह
दिखाई
है।
इसी
के
साथ
मुख्यमंत्री
कन्या
सुमंगला
योजना
और
मुख्यमंत्री
सामूहिक
विवाह
जैसी
योजना
ने
बालिकाओं
और
उनके
अभिभावकों
को
बड़ा
संबल
दिया
है।
सीएम योगी ने अफसरों को निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, गृह, महिला एवं बाल विकास आदि विभागों से जुड़े सभी अधिकारी परस्पर समन्वय के साथ मिशन शक्ति के अगले चरण की जल्द से जल्द विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें।
महिलाओं
से
जुड़े
मामलों
पर
तत्काल
कार्रवाई
के
दिए
निर्देश
यूपी
के
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
राज्य
के
भीतर
महिलाओं
से
जुड़े
अपराधों
को
गम्भीरता
से
लेने
के
निर्देश
दिए
हैं।
उन्होंने
अधिकारियों
को
निर्देशित
करते
हुए
कहा
कि
महिलाओं
व
बेटियों
से
जुड़ी
आपराधिक
घटनाओं
को
संवेदनशीलता
के
साथ
लिया
जाए।
इतना
ही
नहीं,
ऐसी
घटनाओं
के
सामने
आने
पर
तत्काल
संज्ञान
में
लेते
हुए
त्वरित
कार्रवाई
की
जाए।