शातिर अपराधियों के साथ कोई रियायत न बरती जाए: सीएम योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जेल मैनुअल के संशोधित ड्राफ्ट का प्रेजेंटेशन देखने के बाद घोर अपराधियों के साथ कड़ाई से पेश आने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि प्रदेश के कारागारों में बंदियों के व्यवहार में व्यापक सुधार के प्रयास किए जाने चाहिए। बंदियों को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ते हुए उनके लिए कौशल विकास के कार्यक्रम संचालित किए जाएं ताकि जेल से छूटने के बाद वे सही सोच के साथ सामान्य जीवन जी सकें। उन्होंने जेल में निरुद्ध महिला बंदियों के बच्चों की बेहतर व्यवस्था एवं शिक्षा के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शातिर अपराधियों के साथ कोई रियायत न बरती जाए। जेलों में बंद घोर अपराधियों की श्रेणी तय करते हुए इनके साथ कठोरता से पेश आया जाए। यह अपराधी आतंकवादी, माफिया और महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वाले व्यक्ति हो सकते हैं। उन्होंने जेल के अंदर बंदियों की सुरक्षा तथा प्रभावी जेल प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने जेल के अंदर बंदियों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से करने के निर्देश भी दिए।
जेल
मैनुअल
में
होंगे
कई
बदलाव
प्रेजेंटेशन
के
दौरान
मुख्यमंत्री
को
जेल
मैनुअल
के
संशोधित
ड्राफ्ट
के
सम्बन्ध
में
अवगत
कराते
हुए
अपर
मुख्य
सचिव
गृह
अवनीश
कुमार
अवस्थी
ने
जेल
मैनुअल
में
संशोधन
की
आवश्यकता/औचित्य,
संशोधनों
के
मुख्य
आधार
तथा
प्रस्तावित
संशोधनों
के
बारे
में
विस्तार
से
जानकारी
दी।
उन्होंने
बताया
कि
इस
ड्राफ्ट
जेल
मैनुअल
में
भारत
सरकार
के
गृह
मंत्रालय
द्वारा
जारी
मॉडल
प्रिजन
मैनुअल
के
प्रावधानों
का
भी
समावेश
किया
गया
है।
प्रस्तावित
जेल
मैनुअल
में
कारागारों
की
सुरक्षा
व्यवस्था
एवं
उपद्रव
नियंत्रण
हेतु
शस्त्र
नीति
के
समावेश
के
विषय
में
भी
मुख्यमंत्री
को
बताया
गया।
अप्रासंगिक
हो
जाने
के
कारण
समाप्त
किए
जाने
वाले
विषयों
के
सम्बन्ध
में
भी
उन्हें
जानकारी
दी
गई।