West Bengal Ekbalpur Area में तनाव के बाद धारा 144, राज्यपाल से मिले शुभेंदु अधिकारी समेत BJP विधायक
पश्चिम बंगाल के एकबलपुर क्षेत्र में 10 अक्टूबर तक 12 अक्टूबर तक धारा 144 लगा दी गई है। west bengal Ekbalpur area Section 144 Mominpore area clash LoP Suvendu Adhikari
West Bengal Ekbalpur Area में तनाव के बाद निषेधाज्ञा लगाई गई है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में लीडर ऑफ अपोजिशन (LoP) शुभेंदु अधिकारी और भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने रविवार को मोमिनपुर इलाके में हुई हिंसक झड़पों के संबंध में राज्यपाल ला गणेशन से भेंट की। कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए 10 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक एकबलपुर क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है।
कानून व्यवस्था की गंभीर स्थिति के मद्देनजर विपक्षी दल भाजपा के नेताओं ने राज्यपाल से मिलने पहुंचा। पार्टी विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य विधानसभा से राजभवन तक मार्च किया।
गृह मंत्री शाह को लिखा लेटर
पश्चिम बंगाल विधानसभा में बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल ला गणेशन को भी पत्र लिखे। मोमिनपुर में हिंसा और एकबलपुर पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ के बाद केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की मांग की है। पत्र में उन्होंने कहा, "लक्ष्मी पूजा की पूर्व संध्या पर कोलकाता के खिदिरपुर मोमिनपुर इलाके में हिंदू समुदाय पर हमले हुए हैं।" उन्होंने कहा कि हिंसा में गुंडों और असामाजिक तत्वों ने हिंदुओं की कई दुकानों और बाइकों में तोड़फोड़ की।
एकबलपुर थाने पर कब्जा !
बीजेपी नेता अधिकारी ने कहा, हमले की समानता जून महीने में हावड़ा जिले के उलुबेरिया इलाके में हुई पंचला हिंसा से है। उस समय, हिंसा पूरे पश्चिम बंगाल में खासकर नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों में भी फैली थी। बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए अधिकारी ने कहा कि सरकार ने हिंसा में शामिल लोगों के सामने 'नम्रतापूर्वक आत्मसमर्पण' किया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ बदमाशों ने एकबलपुर थाने पर कब्जा कर लिया है।
गुंडों के क्रोध के सामने आत्मसमर्पण
उन्होंने कहा, "मुझे आशंका है कि, पश्चिम बंगाल सरकार इस बार भी अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने को अनिच्छुक है, ऐसा इसलिए क्योंकि अपराधी एक निश्चित समुदाय से हैं। इस बार भी यह भड़क सकता है और पूरे राज्य में फैल सकता है जिसके परिणामस्वरूप सार्वजनिक और निजी दोनों तरह के जान-माल का नुकसान हो सकता है। राज्य सरकार ने पहले ही एकबलपुर पुलिस स्टेशन पर कब्जा करने वाले गुंडों के क्रोध के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।"
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में मिलाद-उन-नबी उत्सव के लिए इलाके में लगाए गए धार्मिक झंडों को कथित तौर पर फाड़ दिए जाने के बाद रविवार शाम मोमिनपुर में तनाव बढ़ गया। बाद में माहौल हिंसक हो गया और कई वाहनों और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हिंसा के विरोध में और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोगों के एक समूह ने देर रात एकबालपुर पुलिस थाने को घेर लिया। कुछ पुलिस कर्मियों के घायल होने की खबर है। इसके बाद से इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।