उपचुनाव से पहले भवानीपुर पहुंची ममता बनर्जी,गुरुद्वारा पहुंचकर किसानों के आंदोलन का किया समर्थन
भवानीपुर, 15 सितंबर। पश्विम बंगाल की दो विधानसभा सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने वाले हैं। ये उपचुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सीएम की कुर्सी बचाने के लिए चुनाव लड़ रही हैं। सीएम की कुर्सी पर बने रहने के लिए सीएम को ये चुनाव जीतना बेहद जरूरी है। यहीं कारण है कि ममता बनर्जी आज भवानीपुर पहुंची और पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा किए जा रहे अंदोलन का समर्थन किया।
बता दें मुंख्यमंत्री ममता बनर्जी उपचुनाव से पहले भवानीपुर में गुरुद्वारा संत कुटिया पहुंची थी। आंदोलन करने वाले अधिकांश किसान पंजाबी है इसलिए ममता बनर्जी ने भवानीपुर में अपने वोटरों को साधने के लिए किसान आंदोलन का मुद्दा उठाया। ममता बनर्जी ने कहा हम किसान आंदोलन का पूरा समर्थन करते हैं। केंद्र को तीन कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए।
गौरतलब है पश्चिम बंगाल में होने वाले उपचुनाव में अब कुछ ही दिन शेष है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भवानीपुर से लड़ने के एलान के बाद यह चुनाव और भी रोचक हो चुका है मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिए ममता दीदी को ये पारंपरिक भावनीपुर सीट से जीतना अति आवश्यक है। अगर ये विधायिकी का ये चुनाव नहीं जीतती हैं तोउनकसे सीएम की कुर्सी छिन जाएगी।
वहीं विरोधी पार्टी भाजपा ने ममता को सीएम पद से हटाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। उनके खिलाफ प्रियंका टिबरेवाल को उतारने के बाद अब भाजपा के एक एजेंट ने चुनाव आयोग से ममता का नामांकन रद्द करने की मांग उठाई है।
भवानीपुर विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल के चुनावी एजेंट ने यहां के रिटर्निंग अफसर को एक पत्र लिखा है। जिसमें ममता के नामांकन भरे जाने पर उन्होंने आपत्ति जताई है। इसमें आरोप लगाया कि चुनाव लड़ने के लिए ममता ने जो हलफनामाभरा है उस उसमें टीएमसी प्रमुख ने अपने ऊपर चल रहे पांच आपराधिक मामलों का जिक्र नहीं किया।
भाजपा एजेंट सजल घोष ने अपनी चिट्ठी में उन सभी केसों का हवाला दिया और बताया है कि ममता बनर्जी के खिलाफ कहां-कहां केस दर्ज हुए हैं।