लालकुआं के पास बरेली रोड पर बीच सड़क पर क्यों बैठ गए पूर्व सीएम हरीश रावत, जानिए पूरा मसला
हरीश रावत ने बरेली रोड पर गड्डे देखकर सड़क पर दिया धरना
देहरादून,26 मई। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं। हरीश रावत जनता से संवाद हो या फिर विरोध अपने तरीके से करते हैं। गुरुवार को एक बार फिर हरीश रावत ने अपने अनोखे अंदाज में विरोध किया।
8
माह
पहले
की
थी
शिकायत
हल्द्वानी
हाईवे
से
गुजरते
हुए
हरीश
रावत
गुरुवार
को
खराब
सड़क
के
मुद्दे
को
लेकर
नेशनल
हाईवे
पर
धरने
पर
बैठ
गए।
सड़क
पर
मौजूद
गड्ढों
को
देखकर
हरीश
रावत
अपनी
कार
से
उतर
गए
और
बीच
सड़क
पर
बैठकर
धरना
देने
लगे।
हरीश
रावत
लालकुआं
की
ओर
से
आ
रहे
थे,
जैसे
ही
वह
बरेली
रोड
पहुंचे
तो
अपनी
कार
से
उतरकर
बीच
सड़क
पर
जा
बैठ
गए।
हरीश
रावत
ने
फेसबुक
पोस्ट
के
जरिए
लिखा
कि
ये
एनएच
109
बरेली
रोड
है।
लालकुआं
से
लेकर
हल्द्वानी
तक
जिसको
सर्वाधिक
महत्वपूर्ण
रोड
माना
जाता
है।
हरदा
ने
बताया
कि
आज
से
लगभग
8
महीने
पहले
वे
अपने
सहयोगी
हरीश
चंद्र
दुर्गापाल
व
कांग्रेसजनों
के
साथ
इस
सड़क
को
नेशनल
हाईवे
अथॉरिटी
ठीक
करे,
व्यवस्थित
करें
और
जिसको
हम
बरेली
रोड
कहते
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
इस
क्षेत्र
के
लोगों
को
जिस
तरीके
से
यहां
के
गड्ढों
का
सामना
करना
पड़
रहा
है,
उसका
सामना
न
करना
पड़े
इसके
लिए
हम
धरने
पर
बैठे
थे।
हमने
इस
प्रश्न
को
उठाया
था।
कुछ
दिन
काम
चला,
फिर
काम
ठप
हो
गया
और
अभी
भी
काम
बहुत
धीमी
गति
से
चल
रहा
है।
यदि
15
जुलाई,
2022
तक
यह
सड़क
व्यवस्थित
नहीं
हुई
तो
में
1
दिन
पूरा,
यहां
इस
चिलचिलाती
हुई
धूप
में
धरने
पर
बैठूंगा।
नेशनल
हाईवे
जो
है
बंद
होगा,
यदि
सरकार
हमको
भी
जेल
में
बंद
करना
चाहेगी,
तो
हम
जेल
में
भी
बंद
होंगे,
लेकिन
इस
प्रश्न
को
उठाएंगे!
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