देहरादून में राजनाथ सिंह ने रखी 'सैन्य धाम' की नींव, CDS बिपिन रावत के नाम पर होगा इसका मुख्य द्वार
देहरादून, दिसंबर 15। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 'सैन्य धाम' की नींव रख दी। आपको बता दें कि ये प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। इस 'सैन्य धाम' का निर्माण देहरादून स्थित गुनियाल गांव के पुरुकुल में 63 हजार करोड़ रुपए की लागत से होगा। इस सैन्य धाम की खास बात ये रहेगी कि इसका मुख्य प्रवेश द्वार देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत के नाम पर होगा, जिनकी 8 दिसंबर को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में दुखद मृत्यु हो गई थी।
उत्तराखंड के वीर सपूतों के नाम भी दर्ज होंगे यहां
उत्तराखंड सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने ये बताया है कि सैन्य धाम के मुख्य प्रवेश द्वार को हम जनरल बिपिन रावत को समर्पित करेंगे। उन्होंने बताया है कि करीब पचास बीघा जमीन पर बनाए जा रहे सैन्य धाम के मुख्य गेट का नाम जनरल बिपिन रावत के नाम पर होगा इसके साथ ही यहां प्रथम विश्वयुद्ध के बाद शहीद हुए उत्तराखंड के सभी वीर सैनिकों के नाम भी दर्ज होंगे।
The entry gate of the ‘Sainya Dham’ will be named after #CDSGeneralBipinRawat, who along with his wife and 11 other defence personnel, died in a tragic helicopter crash on December 8th: Ganesh Joshi, Minister of Soldier Welfare, Uttarakhand Government
(File photo) pic.twitter.com/h7FyOY5kFq
— ANI (@ANI) December 15, 2021
शहीदों के घरों से ली गई निर्माण की मिट्टी
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आपको बता दें यह सैन्य धाम कई मायनों में बहुत खास रहने वाला है। इसका निर्माण अगले दो साल में हो जाएगा। उत्तराखंड सरकार ने इसे राज्य का पांचवां धाम घोषित किया है। इस धाम के निर्माण के लिए शहीदों के घरों की मिट्टी जुटाई गई है। इसके लिए एक यात्रा बीते एक महीने से निकाली गई है, जो प्रदेश के सभी जिलों से होकर गुजरी है और आज इसके शिलान्यास के साथ वो यात्रा खत्म हो गई।
कैसे खास है सैन्य धाम?
आपको बता दें कि देवभूमि उत्तराखंड की जब आती है तो यहां से देशभक्ति की भावना लेकर सेना में जाने वाले सैनिकों की बात भी जरूर होती है। प्रथम विश्व युद्ध के बाद से लेकर जब-जबा भारत पर संकट आया है, तब-तब उत्तराखंड के सैनिकों ने अपना योगदान दिया है। ऐसे में उन वीर सैनिकों के नाम और उनकी यादों को संजोकर रखने का काम उत्तराखंड सरकार कर रही है। इस सैन्य धाम परिसर में बाबा जसवंत सिंह और बाबा हरभजन सिंह का मंदिर बनाया जाएगा।