उत्तराखंड में भाजपा के मिशन 60 में अडंगा डाल सकती है 30 सीटें, समझिए गणित
कांग्रेस वर्चस्व और कमजोर विधायकों वाली सीटों पर भाजपा काे करनी पडेगी ज्यादा मशक्कत
देहरादून, 7 दिसंबर। उत्तराखंड में इतिहास बनाने और दोबारा सत्ता पाने के लिए भाजपा मिशन 60 प्लस पर फोकस कर रही है। इसके लिए सबसे पहले पार्टी मजबूत प्रत्याशियों को मैदान में उतारने के लिए होमवर्क करने में जुटी है। जिस पर भाजपा लगभग अंतिम दौर में पहुंच गई है। लेकिन भाजपा के लिए सबसे बड़ा चेलेंज उन सीटों पर खड़ा हो रहा है, जहां कांग्रेस पिछले चुनाव में मजबूत साबित हुई थी, साथ ही जिन सीटों पर भाजपा के पास कमजोर प्रत्याशी हैं। ऐसे में भाजपा ऐसी 30 सीटों पर माथापच्ची में जुटी है। जो कि भाजपा के लिए मिशन 60 प्लस पूरा करने के लिए जरुरी हैा
मिशन 60 भाजपा का लक्ष्य
2017 में भाजपा ने 70 में से 57 सीटों जीतकर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई। अब भाजपा ने मिशन 60 प्लस का नारा दिया है। इस बार भाजपा का 60 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए भाजपा ने टिकट बंटवारे के लिए खास फॉर्मूले पर फोकस किया है। लेकिन भाजपा के लिए 70 में से 30 सीटों पर प्रत्यााशी का चयन सबसे बडा टास्क साबित हो रहा है। भाजपा ने ऐसी 30 सीटों को अलग श्रेणी में रखा है, जहां भाजपा के पास कमजोर प्रत्याशी हैं या कांग्रेस मजबूत स्थिति में हैं। इसके लिए भाजपा टिकट बंटवारे में ज्यादा माथामच्ची करने में जुटी है। भाजपा इन सीटों पर नए चेहरों को उतार सकती है या फिर पुराने बड़े खिलाडियों को मैदान में उतार सकती है।
कांग्रेस वर्चस्व वाली सीटों पर ज्यादा परेशानी
भाजपा में टिकट बंटवारे के लिए खास फॉर्मूले पर काम किया जा रहा है। इस बार भाजपा सूत्रों का दावा है कि 2 दर्जन से अधिक सिटिंग विधायकों के टिकट भी काटे जा सकते हैं। अब तक जिन सर्वे में सिटिंग विधायक कमजोर कड़ी साबित हो रहे हैं। उन कमजोर विधायकों के टिकट काटने या दूसरे क्षेत्र से मैदान में उतारने को लेकर भाजपा लगातार होमवर्क कर रही है। इसके लिए संघ से भी विचार-विमर्श किया जा सकता है। भाजपा का फोकस 11 उन विधानसभा सीटों पर भी है, जिन सीटों पर 2017 में कांग्रेस जीतकर आई थी, मोदी की लहर में भी जो सीटें भाजपा से दूर हो गई, ऐसी सीटें भाजपा के लिए सबसे बड़ा चेलेंज है। साथ ही दो दर्जन से ज्यादा ऐसे सिटिंग विधायकों को लेकर भी भाजपा नए सिरे से विचार कर रही है जिनके क्षेत्र में एंटी इंकम्बेंसी फेक्टर ज्यादा प्रभावी नजर आ रहा है या फिर जहां सिटिंग विधायकों को लेकर जनता में नकारात्मक फीडबैक मिला है।
दिसंबर अंत तक जारी हो सकती है पहली लिस्ट
उत्तराखंड में जहां राजनीतिक दल प्रचार-प्रसार में तेजी लाने में जुटी है। वहीं टिकट बंटवारे पर फोकस करने लगे हैं। इसके लिए स्क्रीनिंग कमेटी से लेकर हाईकमान तक अलर्ट हो गया है। भाजपा हो या कांग्रेस हर दल टिकट बंटवारे का होमवर्क जल्द पूरा कर दिसंबर तक पहली लिस्ट जारी करने में जुट गए हैं। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने देहरादून आकर लिस्ट शॉर्टआउट भी कर दी है। अब दिसंबर में ही दिल्ली से हाईकमान की हरी झंडी का इंतजार किया जा रहा है। भाजपा में भी सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर 40 से ज्यादा सीटों पर भाजपा का होमवर्क पूरा हो गया है। 30 सीटों पर जनवरी के पहले सप्ताह तक खींचतान चल सकता है।