यूपी चुनाव से पहले ही टूट जाएगा जेडीयू- बीजेपी का गठबंधन ?, जानिए कौन बना सबसे बड़ा रोड़ा
लखनऊ, 15 दिसंबर: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सभी दल अपने अपने हिसाब से गोटियां सेट करने में जुटे हुए हैं। एक तरफ जहां अखिलेश यादव का कई दलों के साथ गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो चुका है वहीं दूसरे तरफ बीजेपी की तरफ से अपने सहयोगियों को लेकर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है। यूपी में बीजेपी ने निषाद पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान किया है लेकिन सीटों को लेकर अभी तय नहीं हुआ है। लेकिन पिछले कुछ दिनों में हुए घटनाक्रम को देखें तो ऐसा लग रहा है कि यूपी में अब जेडीयू और बीजेपी की राहें अलग अलग होने वाली हैं। जेडीयू के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक पार्टी अब अकेले चुनाव में जाने पर विचार कर रही है। इसका फैसला जल्द ही ले लिया जाएगा। हालांकि यूपी प्रदेश ईकाई की तरफ से 65 सीटों की सूची आलाकमान को भेज दी गई है।
केसी त्यागी के बेटे ने थाम था बीजेपी का दामन
दरअसल, जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी के बेटे अम्बरीष त्यागी ने पिछले दिनों बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। इसे एक बडे़ संकेत के तौर पर देखा जा रहा है और इसके अपने निहितार्थ भी निकाले जा रहे हैं। विश्लेषकों की माने तो केसी त्यागी के बेटे का बीजेपी में शामिल होना इस बात का संकेत है कि जेडीयू और बीजेपी के बीच सीटों को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है। यह भी आश्चर्य नहीं कि दोनों एक दूसरे के खिलाफ लड़ते हुए दिखाई दें। हालांकि बीजेपी ज्वाइन करने के बाद के सी त्यागी के बेटे अम्बरीष त्यागी ने यह साफतौर पर कहा था कि उनके परिवार में लोकतंत्र कायम है और उन्हें इस बात की छूट मिली है कि वह अपनी मर्जी के मुताबिक अपनी पंसद की पार्टी का चुनाव कर सकते हैं। इसीलिए बीजेपी में शामिल हुए हैं।
65 सीटों की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई
सूत्रों की माने तो जद (यू) ने आगामी 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने के लिए अब तक उत्तर प्रदेश में 65 सीटों की पहचान की है। सूत्रों ने कहा कि जद (यू) ने 65 सीटों की एक सूची तैयार की है। जब भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उसे उन निर्वाचन क्षेत्रों की सूची प्रस्तुत करने के लिए कहा, जहां वह (जद-यू) आगामी विधानसभा चुनावों में अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारना चाहता है। इन सीटों के बाद अब बीजेपी को तय करना है कि वह कितनी सीटें देगी।
आलाकमान ने यूपी यूनिट से मांगी थी सूची
जद (यू) उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल के मुताबिक, ''हमने अब तक भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ने के लिए 65 विधानसभा सीटों की पहचान की है। हमारी अधिकांश चिन्हित सीटें पूर्वी और मध्य यूपी में स्थित हैं। पश्चिमी यूपी में कुछ ही सीटें हैं। जल्द ही जद (यू) के राष्ट्रीय महासचिव और यूपी मामलों के पार्टी प्रभारी के सी त्यागी को 65 सीटों की सूची सौंप दी है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा जद (यू) के केंद्रीय नेतृत्व से ऐसी विधानसभा सीटों की सूची मांगने के बाद सूची तैयार की गई थी।''
आला कमान ने भी दिए थे अलग लड़ने के संकेत
सूत्रों ने कहा, जद (यू) का केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर द्विपक्षीय बातचीत शुरू करने के लिए अपनी पहचानी गई सीटों की सूची भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेगा। जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने पहले यह स्पष्ट कर दिया था कि अगर भाजपा जद (यू) के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन बनाने में दिलचस्पी नहीं रखती है, तो उनकी पार्टी आगामी यूपी विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। .
पश्चिम की बजाए पूर्वांचल में ज्यादा दावेदारी
जद (यू) द्वारा अपने लिए निर्धारित विधानसभा सीटों के नाम का खुलासा करने के लिए कहने पर पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी बाराबंकी सदर, बदायूं, चुनार, प्रयागराज और मिर्जापुर, बलिया, कुशीनगर और गाजीपुर की कुछ अन्य सीटों से चुनाव लड़ना चाहेगी। पूर्वी यूपी के जिले पटेल ने कहा, "हमारी अधिकांश पहचानी गई सीटें बिहार-यूपी सीमा के साथ स्थित हैं, जहां लोग बिहार के सीएम नीतीश कुमार के विकास कार्यों से प्रभावित हैं।" हालांकि पूर्वांचल में पहले ही अखिलेश यादव के गठबंधन ने बीजेपी की नींद उड़ा रखी है ऐसे में पूर्वांचल की ज्यादातर सीटों को बीजेपी जेडीयू को सौंपेगी इसकी गुंजाइश कम ही है। जेडीयू के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक पार्टी अब अकेले चुनाव में जाने पर विचार कर रही है। इसका फैसला जल्द ही ले लिया जाएगा।
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