यूपी के इन जिलों में मौसम विभाग ने जारी किया बारिश का अलर्ट, गोरखपुर-महाराजगंज में बढ़ रहा है नदियों का जलस्तर
लखनऊ, 28 अगस्त: बारिश की वजह से भीषण गर्मी झेल रहे उत्तर प्रदेश के लोगों को थोड़ी राहत मिली है और मौसम सुहाना हो गया है। हालांकि, भारी बारिश की वजह से पूर्वांचल में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। तो वहीं, मौसम विभाग ने आज भी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, गोरखपुर, महराजगंज, सहारनपुर, पीलीभीत और मुरादाबाद, वाराणसी जिले में भारी बारिश हो सकती है। तो वहीं, प्रदेश में 30 अगस्त तक मानसून आंशिक रूप से सक्रिय रहेगा।
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बता दें कि लखनऊ समेत कई जिलों में बादलों की लुकाछिपी का सिलसिला अभी बना हुआ है, जिसकी वजह से इन इलाकों में काफी कम बारिश हुई है। बादल और धूप की लुकाछिपी की वजह से उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा रहा। मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, पीलीभीत, बरेली, हाथरस, आगरा, मैनपुरी, लखनऊ, कानपुर, औरैया, झांसी, प्रयागराज, फतेहपुर, संतकबीर नगर, बहराइच, मऊ, बलिया और बनारस में आज आंशिक बारिश की संभावना है।
वहीं, नोएडा में बारिश के दौरान हल्की-हल्की हवाएं भी चल रही थीं, जिसकी वजह से मौसम में सुहाना हो गया है। वहीं, मौमस विभाग ने आज भी वाराणसी में बारिश की संभावना जताई है। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि उमस अधिक होने से लोकल क्लाउड काफी तेजी से बन रहे हैं। उनकी लोकेशन निरतंर बदलती रहती है। इन्हें ही आफ्टरनून थंडरस्टॉर्म कहते हैं। उन्होंने बताया कि आगामी सोमवार के बाद से बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रहे बादल घनघोर बारिश करा सकते हैं। फिर 2 दिन के बाद मौसम वापस सामान्य हो जाएगा।
महाराजगंज
की
नदियां
है
उफान
पर
नेपाल
से
पानी
छोड़े
जाने
और
लगातार
बारिश
से
महाराजगंज
जिले
में
नारायणी,
गंडक
,चंदन,
महाव,
रोहिन
और
भौरहिया
नदी
उफान
पर
है।
यहां
ठूठीबारी-निचलौल
मार्ग
का
गड़ौरा
पुलिस
पिकेट
से
भरवलिया
गांव
की
सीमा
तक
करीब
पांच
किमी
तक
डेढ़
फीट
पानी
का
तेज
बहाव
है।
बढ़ते
पानी
को
देखते
हुए
प्रशासन
ने
रास्ते
पर
आवागमन
बंद
कर
दिया
है।
राप्ती
नदी
का
बढ़ा
जलस्तर
गोरखपुर
में
बीते
तीन
दिनों
से
लगातार
बारिश
से
राप्ती
नदी
का
जलस्तर
बढ़
गया
है।
इससे
निचले
इलाकों
में
रहने
वाले
गांव
के
लोगों
को
परेशानियों
का
सामना
करना
पड़
रहा
है।
स्थानी
नागरिकों
की
मानें
तो
अभी
300-400
घर
है
जो
पानी
में
डूबे
हुए
हैं।
हमें
प्रशासन
और
सरकार
की
तरफ़
से
कोई
मदद
नहीं
मिल
रही
है।