यूपी में झंडा गाड़ने के लिए ये है भाजपा का महाप्लान
नई दिल्ली। यूपी चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी रणनीति फाइनल कर ली है और अब इसे धरातल पर उतारना भी शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में बीजेपी ने प्रदेश में खास कार्यक्रमों की पूरी फेहरिस्त तैयार की है।
यूपी के लिए बीजेपी ने बनाई खास रणनीति
लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया था। पार्टी उसी लय को आगामी विधानसभा चुनाव में भी बरकरार रखना चाहती है। इसीलिए बीजेपी ने प्रदेश में वोटरों को लुभाने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम शुरू करने जा रही है।
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बीजेपी की योजना सभी वर्गों को लुभाने की है। इसके लिए उन्होंने हर वर्ग के लिए खास कार्यक्रम तैयार किए हैं। प्रदेश में बीजेपी की स्थिति को मजबूत करने के लिए पार्टी करीब आधा दर्जन कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
पार्टी प्रदेश में चार परिवर्तन यात्राएं करेगी। ये परिवर्तन यात्राएं पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वांचल के साथ-साथ बुंदेलखंड और मध्य उत्तर प्रदेश में की जाएंगी।
इसके साथ ही बीजेपी युवाओं और महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए विभिन्न जिलों में युवा सम्मेलन और महिला सम्मेलन का आयोजन करेगी।
पार्टी ने खास कार्यक्रमों के लिए तय किए प्रभारी
पार्टी ने इन कार्यक्रमों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। रणनीति के मुताबिक पार्टी सभी वर्गों को जोड़ने के लिए कार्यक्रमों की श्रृंखला बनाई है। जिसके लिए सेनापतियों की नियुक्ति भी की गई है।
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प्रदेश में होने वाली चार परिवर्तन यात्राओं की जिम्मेदारी पार्टी ने राष्ट्रीय सचिव महेंद्र सिंह को सौंपी है। इसके अलावा पार्टी ने प्रमुख जिलों में युवा सम्मेलन करने की योजना बनाई है। जिसका प्रभारी प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह को बनाया गया है। वहीं महिला सम्मेलन की जिम्मेदारी प्रदेश महामंत्री अनुपमा जायसवाल को दी गई है।
नए मतदाताओं को लेकर पार्टी ने मतदाता पंजीकरण अभियान की योजना बनाई है। इसका प्रभारी विजय बहादुर पाठक को बनाया गया है। वहीं सांसदों के प्रदेश प्रवास के कार्यक्रमों की जिम्मेदारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश शर्मा को सौंपी गई है। इसके अलावा पिछड़े वर्ग को पार्टी से जोड़ने के लिए प्रदेश महामंत्री अशोक कटारिया को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।
राहुल गांधी ने शुरू की पद यात्रा
बीजेपी ही नहीं कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी यूपी विधानसभा चुनाव के लिए मैदान पर उतर चुके हैं। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने देवरिया से पदयात्रा का आगाज किया। उन्होंने लोगों के बीच जाकर उन्हें कांग्रेस से जोड़ने की कवायद शुरू की है।
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दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती रैलियों के जरिए यूपी के वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रही हैं। इन रैलियों में जहां वह विपक्षी दलों पर निशाना साध रही हैं। वहीं रविवार को इलाहाबाद में हुई रैली में उन्होंने बाहुबली नेता धनंजय सिंह को पार्टी में शामिल कराया।
अखिलेश यादव ने चला स्मार्टफोन का दांव
सत्ताधारी समाजवादी पार्टी भी चुनावी जंग को लेकर रणनीति को आगे बढ़ा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को गाजियाबाद में हज हाउस का उद्घाटन किया।
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इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर इस बार प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनती है तो 18 वर्ष के युवा वोटरों को स्मार्ट फोन दिया जाएगा।
कुछ शर्तों के साथ ये स्मार्ट फोन युवा वोटरों को मिलेंगे। इससे पहले उन्होंने यूपी के छात्रों को लैपटॉप देने की बात कही थी और छात्रों के बीच लैपटॉप का वितरण भी किया।
कुल मिलाकर सभी पार्टियां यूपी चुनाव के रंग में रंग चुकी हैं। उन्होंने अपने-अपने ढंग से वोटरों को खुद से जोड़ना शुरू किया है। देखना होगा चुनावी तैयारियों को लेकर सभी पार्टियों की ओर से हो रही कवायद का सबसे ज्यादा असर वोटरों पर किसका होगा?