यूपी के 11 गांवों में इस बार होगा आखिरी मतदान, जानिए उनके साथ क्या हो रहा है
लखनऊ, 18 जनवरी: उत्तर प्रदेश में इस बार 11 गांवों के वोटर अपने गांव में आखिरी दफे मतदान करेंगे। ऐसा इसलिए होगा कि अगले चुनावों तक उनका गांव ही नहीं बचेगा। ये सारे गांव सोनभद्र जिले में आते हैं, जो कनहर सिंचाई परियोजना की वजह से डूब क्षेत्र में आ जाएंगे। इन गांवों के लोगों को अब अपने विस्थापित होने का इंतजार है। उससे पहले उनकी कुछ मांगें हैं, लेकिन उन्होंने मन बना लिया है कि वह अपने गांव में अपना आखिरी वोट इस तरह से डालेंगे कि उनका भविष्य बेहतर हो सके।
यूपी के 11 गावों में आखिरी बार मतदान होगा
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में दुद्धी (सुरक्षित) विधानसभा क्षेत्र के 11 गांवों में इस चुनाव में आखिरी बार मतदान होगा। इन गांवों के लोग इस बात की आशंका पिछले 45 वर्षों से कर रहे थे, लेकिन अब उनके सामने यह घड़ी आ गई है; और किसी भी अगले चुनाव में इन सभी गांवों के लोगों को दूसरी जगहों पर वोटिंग करने का मौका मिलेगा। लेकिन, वे अपने गांव में मताधिकार के प्रयोग नहीं कर सकेंगे। दरअसल, इस इलाके में कनहर डैम बन रहा है, जिस प्रोजेक्ट के इस साल के आखिर तक शुरू हो जाने की संभावना है। जैसे ही यह सिंचाई प्रोजेक्ट शुरू होगा सुंदरी समेत बाकी 10 गांव पूरी तरह से पानी में समा जाएंगे।
1976 से ही अटकी पड़ी है यह परियोजना
इस दिन का इंतजार यहां के लोग 1976 से ही कर रहे हैं, जब कनहर सिंचाई परियोजना की आधारशिला रखी गई थी। सुंदरी गांव के विश्वनाथ खरवार ने एक अंग्रेजी अखबार से कहा है,'हमारी जिंदगी का बड़ा हिस्सा इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के इंतजार में बीच चुका है। लेकिन, जब काम बढ़ा है तो हमारे लिए कुछ खास नहीं हो रहा है। हर परिवार को उनकी जमीन के बदले 7.11 लाख रुपये मिल रहे हैं।' वे मुआवजा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
अपने बेहतर भविष्य के लिए डालना चाहते हैं वोट
जब अंतिम चुनाव सामने है तो सुंदरी गांव की तरह ही दुद्धी विधानसभा के बाकी 10 गांव के लोगों के मन में भी इसी तरह की उथल-पुथल मची हुई है। मसलन, सुगवामन गांव की रानी देवी कहती हैं, 'इस चुनाव के बाद अच्छे के लिए बदलाव होगा। नदी हमारे जमीन से होकर बहेगी, और हम सभी सोनभद्र के अलग-अलग हिस्सों में बिखर जाएंगे। मैं सिर्फ यही प्रार्थना कर सकती हूं कि हम अपने गांव से अपना अंतिम वोट हमारे बेहतर भविष्य के लिए डाल सकें।'
11 गांवों में हैं 25,000 वोटर
यूपी के 403 नंबर विधानसभा क्षेत्र दुद्धी के इन 11 गावों में कुल 25,000 वोटर हैं और आबादी करीब 50,000 के आसपास। इन गांवों के लोगों की ओर से कोरची के पूर्व ग्राम प्रधान गंभीरा प्रसाद ने कहा है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग चुनाव के समय में संपर्क कर रहे हैं। वो कहते हैं, 'पार्टियां सिर्फ चुनावों के दौरान ही हमारी बातें सुनती हैं। हमने उनको समर्थन देने का फैसला किया है, जो हमारे लिए कुछ करने का वादा करेंगे।' सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रोजेक्ट के लिए आवश्यक 65% से ज्यादा जमीन अधिग्रहित कर ली गई है, लेकिन कुछ गांव वाले सरकार की शर्तें मानने से इनकार कर रहे हैं।(ऊपर की तस्वीरें- प्रतीकात्मक)
करीब 2,500 परिवार विस्थापित होंगे
गंभीरा प्रसाद का कहना है कि गांव वाले दोगुना मुआवजा और हर विस्थापित होने वाले परिवार से कम से कम एक सदस्य को रोजगार, पीएम आवास योजना के तहत घर और वैकल्पिक खेती लायक जमीन चाहते हैं। जहां तक कनहर बांध परियोजना का सवाल है तो इसके चालू होने से यूपी, छत्तीसगढ़ और झारखंड के कई हिस्सों को लाभ मिलने की उम्मीद है। जब इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी तो इसपर 27.75 करोड़ रुपये के लागत का अनुमान था, जो अब बढ़कर 2,000 करोड़ रुपये हो चुका है। हालांकि, इसके चलते 35,000 हेक्टेयर में सिंचाई का पानी पहुंचेगा और 108 गांवों का फायदा होगा। लेकिन, इसकी वजह से करीब 2,500 परिवारों को विस्थापित होना होगा। (नदी की तस्वीर सौजन्य: यूपी सरकार की वेबसाइट)