बाल अधिकार संरक्षण आयोग का पीएम मोदी को नोटिस, बताएं यूपी में किसने लिया गोद?
नोटिस के जरिए मोदी से पूछा गया है कि उन्हें उत्तर प्रदेश में किसने गोद लिया? इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय से सात दिनों की अवधि में गोद लेने से संबंधित सर्टिफिकेट भी उपलब्ध कराने को कहा है।
पीएम मोदी के बयान का स्वतः संज्ञान लेते हुए आयोग ने यह भी कहा है कि यदि जवाब न दे पाएं तो उत्तर प्रदेश के लोगों से माफी मांगें। मोदी के बयान को बाल अधिकार संबंधी कानून का उल्लंघन बताते हुए आयोग की सदस्य नाहिद लारी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को भेजे नोटिस में कहा गया है कि आप निर्वाचित संवैधानिक पद पर आसीन हैं। आपने संसद द्वारा पारित बाल संरक्षण कानून की संवेदनशीलता को आहत किया है।
सर्टिफिकेट
भी
जमा
कराएं
नोटिस
के
जरिए
मोदी
से
पूछा
गया
है
कि
उन्हें
उत्तर
प्रदेश
में
किसने
गोद
लिया?
इस
संबंध
में
प्रधानमंत्री
कार्यालय
से
सात
दिनों
की
अवधि
में
गोद
लेने
से
संबंधित
सर्टिफिकेट
भी
उपलब्ध
कराने
को
कहा
है।
आयोग
ने
नोटिस
की
प्रति
देश
के
मुख्य
निर्वाचन
आयुक्त
नसीम
जैदी
और
प्रदेश
के
मुख्य
निर्वाचन
अधिकारी
को
भी
भेजी
है।
आपको
बता
दें
कि
उत्तर
प्रदेश
के
हरदोई
में
1
फरवरी
को
पीएम
ने
एक
रैली
के
दौरान
कहा
था
कि
मैं
गुजरात
में
पैदा
हुआ
हूं
और
यूपी
ने
मुझे
गोद
ले
लिया
है।
पीएम
मोदी
को
इस
बयान
के
बाद
समाजवादी
पार्टी
और
कांग्रेस
के
लोग
भी
घेर
चुके
हैं।
वहीं
राजद
के
अध्यक्ष
लालू
प्रयाद
यादव
ने
भी
इस
पर
चुटकी
ली
थी।
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