मंत्री ने लगा दी टीचर की क्लास, स्कूल में पढ़ाने की बजाए खिला रही थी अपना बच्चा, देखिए VIDEO
बच्चे पढ़े न पढ़े लेकिन उनका अपना दूधमुंहा बच्चा उनकी गोद में उनकी आंखों के सामने रहना चाहिए। इसके लिए क्लास रूम में ही छोटा सा पलंग भी डाल रखा था। यहां तक की मिड-डे मील में भी गड़बड़झाला मिला।
बहराइच। स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की कवायद में बेशिक शिक्षा मंत्री ने जब स्कूल का मुआयना किया तो स्कूल में शिक्षण कार्य करती शिक्षिकाओं की स्थिति देख कर दंग रह गईं। उन्होंने देखा की स्कूल में महिला शिक्षक टीचर का रोल कम मां के रोल ज्यादा निभा रही हैं। बच्चे पढ़े न पढ़े लेकिन उनका अपना दूधमुंहा बच्चा उनकी गोद में उनकी आंखों के सामने रहना चाहिए। इसके लिए क्लास रूम में ही छोटा सा पलंग भी डाल रखा था। ये सब देख कर हैरत में पड़ी बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने इसके लिए घर में आया रखने की हिदायत दी। साथ ही उनके द्वारा बच्चों को दी जा रही शिक्षा के लिए उनसे कहा कि वो बताएं कि उन्होंने अब तक क्या पढ़ाया है।
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इसके अतिरिक्त उन्होंने बच्चों से उनको मिलने वाले मिड-डे मील की जानकारी ली लेकिन वहां भी गड़बड़झाला दिखाई पड़ा। जिस पर उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा। बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपम जायसवाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र के उच्चतर मध्यमिक विद्यालय डीहा का दौरा किया। यहां बेसिक शिक्षा मंत्री के औचक निरीक्षण में कार्यरत दोनों महिला शिक्षक अपने दूधमुहे बच्चे को लेकर क्लास रूम में पढ़ाती नजर आई।
इतना ही नहीं मंत्री महोदया उस समय हैरान नजर आई जब क्लास रूम में बच्चे को खिलाने के लिए छोटा सा पलंग डला देखा। फिर क्या था मंत्री ने टीचर की जो क्लास ली वो देखते ही बनती थी। उन्होंने कहा की आप सैलरी इन बच्चों को पढ़ाने के लिए पाती हैं। अगर आपको अपना बच्चा पलना है तो सर्विस टाइम में एक आया रखिए। उन्होंने टीचर से जब ये बताने को कहा की आज उन्होंने क्या पढ़ाया तो वो परेशान हो उठी और फिर उस क्लास रूम में कोई भी बच्चा ये सही-सही नहीं बता सका की आखिर उन्हें पढ़ाया क्या गया।
सबसे हैरानी वाली बात उस समय नजर आई जब एक क्लास रूम के बच्चों ने ये कहा की आज उन्हें मिड डे मील में मौसमी फल केला मिला है जबकि दूसरे क्लास रूम में पता चला की आज ग्राम प्रधान ने केला भेजा ही नहीं था। बाद में स्कूल के इंचार्ज ने इस बात को स्वीकार किया की आज बच्चों को फल नहीं दिया गया। जिस पर उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी से तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। फिलहाल पूरे विद्यालय में अफरातफरी का माहौल बना रहा।