Taj Mahal:धरे गए 4 नमाजी तो हिंदू संगठन बोला- 'हम तेजो महालय में पूजा करेंगे अगर.....'
आगरा, 26 मई: ताजमहल परिसर में स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने के सिलसिले में पुलिस ने बुधवार को 4 पर्यटकों को गिरफ्तार किया था। लेकिन, इसको लेकर ताजमहल से जुड़ा विवाद फिर बढ़ गया है। गौरतलब है कि ताजमहल में सिर्फ शुक्रवार को ही आसपास के कार्डधारी मुसलमानों को नमाज पढ़ने के लिए आने दिया जाता है। इस दिन आम लोगों के लिए यह स्मारक बंद रहता है। लेकिन, अब ताजमहल में नमाज पढ़ने पर हुई गिरफ्तारी के बाद हिंदू संगठन की ओर से चेतावनी दी गई है कि अगर फिर नियम का उल्लंघन हुआ तो वह भी 'तेजो महालय' मंदिर में पूजा करेंगे।
बुधवार को शाम में 4 लोगों को नमाज पढ़ने पर पकड़ा गया था
आगरा के सिटी एसपी विकास कुमार ने कहा कि बुधवार को जिन चार लगों को ताज परिसर स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए गिरफ्तार किया गया था, उनमें से तीन तेलंगाना के हैं, जबकि चौथा यूपी के आजमगढ़ जिले का रहने वाला है। उन्होंने कहा कि सिक्योरिटी अफसरों ने कुल 6 लोगों को ताज महल परिसर की मस्जिद में नमाज पढ़ते देखा था। लेकिन, दो भाग गए। इन चारों के खिलाफ ताजगंज पुलिस थाने में केस दर्ज किया गया है और गुरुवार को चारों को एक कोर्ट में पेश किया गया और बाद में उन सबको जमानत पर छोड़ दिया गया।
दो नमाजी भीड़ का फायदा उठाकर भाग गए थे-पुलिस
सिटी एसपी के मुताबिक, 'बुधवार को शाम करीब 7 बजे सीआईएसएफ के स्टाफ ने ताजमहल में स्थित मस्जिद में 6 लोगों को नमाज पढ़ते देखा था। सीआईएसएफ के पास ताज की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी है, और उनको पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन स्मारक परिसर में मौजूद भीड़ का फायदा उठाकर उनमें से दो भाग गए, जबकि चार को गिरफ्तार कर लिया गया।' उन्होंने बताया कि चारों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (जानबूझकर दंगा भड़काने के लिए उकसाना) के तहत सीआईएसएफ की शिकायत पर ताजगंज थाने में केस दर्ज किया गया है। एसपी ने बताया कि 'मामले की जांच चल रही है और जरूरी कार्रवाई की जाएगी।'
'तो हम भी तेजो महालय में पूजा करेंगे'
बताया जा रहा है कि गिरफ्तारियां हिंदू संगठनों के दबाव की वजह से की गई, जो कि ताज महल को भगवान शिव के 'तेजो महालय' मंदिर होने का दावा करते हुए वहां पूजा करने की मांग कर रहे हैं। राष्ट्रीय हिंदू परिषद (भारत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पराशर ने कहा, 'जो लोग सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करके ताजमहल के अंदर मस्जिद में नमाज पढ़ते हैं, उनपर नेशनल सिक्योरिटी ऐक्ट(एनएसए) के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। अगर इस तरह का उल्लंघन जारी रहा तो हम भी तेजो महालय में पूजा करेंगे।' उन्होंने कहा कि, 'भगवा पहनकर आने वाले हमारे संतों को ताजमहल के गेट पर रोक दिया जाता है और अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाती है, लेकिन जो लोग नमाज अदा कर उल्लंघन करते हैं, उन्हें बार-बार आने की अनुमति दी जाती है।'
मस्जिद इंतेजामिया अलग राग अलाप रही है
उधर ताजमहल मस्जिद इंतेजामिया कमिटी के एक अधिकारी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी उपलब्ध करवाने में एएसआई नाकाम रहा है। ताजमहल मस्जिद इंतेजामिया कमिटी के चेयरमैन होने का दावा करने वाले सैयद इब्राहिम जैदी के मुताहिक, 'हम एएसआई से कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी उपलब्ध करवाए, जिसमें शुक्रवार के अलावा बाकी दिन ताजमहल परिसर की मस्जिद में नमाज पढ़ने पर पाबंदी है। हमें ऐसी कोई कॉपी नहीं दी गई है, ना ही यह ताजमहल की मस्जिद या नोटिस बोर्ड पर ही है।'
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ताजमहल मस्जिद में सिर्फ शुक्रवार को नमाज की इजाजत-एएसआई
इस बीच आगरा सर्किल के सुप्रिटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट राज कुमार पटेल ने साफ कर दिया है कि स्मारक परिसर में कोई भी नई परंपरा नहीं शुरू की जा सकती। उन्होंने कहा, 'ताजमहल जैसे स्मारक पर कोई नई परंपरा नहीं शुरू की जा सकती है और सुप्रीम कोर्ट ने भी इसका समर्थन किया है कि ताजमहल में केवल शुक्रवार की नमाज की अनुमति है। लेकिन, फिर भी जो लोग सुप्रीम कोर्ट को मनाने में नाकाम रहे हैं, वह कंफ्यूजन पैदा करते हैं। एएसआई ताजमहल परिसर के भीतर मस्जिद में शुक्रवार के अलावा बाकी दिनों में नमाज की अनुमति नहीं दे सकता, क्योंकि यह पहले से निर्धारित है।' हाल ही में एक संत को ताजमहल में धर्म संसद करने से रोक दिया था और अयोध्या भेज दिया गया था।