लव जिहाद: VHP कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने पर नपे पुलिस अफसर
हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में रविवार को थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र के देवलोक कॉलोनी में विहिप पर हुए लाठीचार्ज और हंगामे के मामले में आख़िरकार पुलिस ने अपने घुटने टेक ही दिए और दबंग लोगो के आगे पुलिस हार गयी। ईमानदारी से नौकरी करने वाले सीओ पवन कुमार को आखिरकार ईमानदारी की सजा मिली और उनको सदर से हटा दिया गया । सदर सीओ पवन कुमार को हटाए जाने पर अब राजनीति गरमा रही है। विपक्ष अब जमकर भाजपा पर निशाना साध रहा है। आपको बता दें कि सीओ पवन कुमार हापुड़ की राजनीति और ईमानदारी की भेंट चढ़ गए और उनको सदर से हटा दिया गया जिसका कांग्रेस के लोग विरोध कर रहे है। वहीं विहिप के पदाधिकारी प्रेमी जोड़े पर कार्रवाई की मांग कर रहे है।
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सीओ पवन कुमार के हटाए जाने पर राजनीति गर्मा गयी है। कांग्रेस के पूर्व विधायक गजराज सिंह ने कहा कि दोनों बच्चे जवान हैं और दोनों प्यार भी करते है तो उनका शादी करने का अधिकार है और जो लाठी चार्ज हुआ है, वह तब हुआ जब वो लोग मरने-मारने को तैयार हो गए थे तो पुलिस प्रशासन के पास एक ही रास्ता बचता है। पूर्व विधायक ने विहिप कार्यकर्ताओं के बारे में कहा कि ये लोग आतंकवादी की तरह काम कर रहे हैं।
बता दें कि सिटी कोतवाली क्षेत्र के देवलोक कॉलोनी में विश्व हिन्दू परिषद के लोगों ने एक शादीशुदा जोड़े पर लव जिहाद का आरोप लगते हुए जमकर हंगामा काटा था जिसके बाद सूचना मिलते ही भारी पुलिसफोर्स मौके पर पहुंच गयी थी। मामले को शांत कराने में पुलिस लग गयी लेकिन जब मामला शांत नहीं हुआ था तो पुलिस ने विश्व हिन्दू परिषद के लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया था जिसके विरोध में बीजेपी के सदर विधायक, गढ़ विधायक व मेरठ-हापुड़ लोकसभा सांसद भी धरने पर बैठे गए थे।
इनकी मांग थी कि लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों पर जब तक कार्रवायी नहीं होगी तब तक ये धरना चलता रहेगा और आखिर में पुलिस को अपने घुटने टेकने पड़ गए। सदर डीएसपी पवन कुमार का सर्किल चेंज कर दिया गया और सिटी कोतवाल समरजीत सिंह को भी रिलीव कर दिया गया, जिसको लेकर शहर में चर्चा का माहौल रहा और अब ट्रांसफर को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है।
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