दो गुटों में टकराव के चलते छावनी बनी गलियां, रात भर दौड़ती रही पुलिस
सत्ती चौराहा और मीनापुर में वर्ग विशेष के युवक को रंग लगाने पर मारपीट हो गई थी। कुछ लोगों ने मामले को तूल देकर इसे सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की लेकिन पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील की गई।
इलाहाबाद। होली के दूसरे दिन रंग लगाने को लेकर दो समुदायों में हुई कहासुनी के बाद देर शाम फिर से सत्ती चौराहा और मीनापुर के विरोधी गुट के लड़कों में टकराव हो गया। अफवाह फैला दी गई कि दो समुदायों के बीच दंगा हो गया। सुरक्षा व्यवस्था में पहले से लगी फोर्स ने एक वर्ग विशेष के युवक को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद युवक के परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। आलम ये रहा कि पूरी रात शहर कि इन गलियों को छावनी में तब्दील रखा गया और बार-बार बवाल की अफवाह पर पुलिस दौड़ती रही। एसएसपी ने बताया कि अफवाह फैलाने वाले कई अराजक तत्वों की पहचान कर ली गई है। उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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मंगलवार से चल रही है उठापटक
इलाहाबाद के सत्ती चौराहा और मीनापुर में वर्ग विशेष के युवक को रंग लगाने पर मारपीट हो गई थी। कुछ लोगों ने मामले को तूल देकर इसे सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की लेकिन पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर सख्ती से शांति व्यवस्था कायम की गई। लेकिन बुधवार की शाम फिर से हो-हल्ला शुरू हो गया। पुलिस ने फिर से डंडा पटक कर लोगों को दौड़ाया तो लोग जय श्री राम के जयकारों के साथ उत्तेजित हो उठे। हालांकि मौके पर आरएएफ बुलाते हुए पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया।
शाम को भिड़ गए युवक
सबकुछ ठीक चल रहा था कि सत्ती चौरा मुहल्ले में बुधवार शाम दो गुटों के बीच फिर से मारपीट ने तनाव बढ़ा दिया। बार-बार अफवाह उड़ती रही कि दो समुदायों के बीच बवाल हो गया है। हालांकि इलाके में पुलिस और पीएसी कि टुकड़ियां गश्त करती रहीं और लोगों की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की जाती रही। आलम ये रहा कि आधी रात तक पुलिस का गश्ती दल कभी इधर तो कभी उधर भागता रहा।
दर्ज हुआ मुकदमा
दो गुट में मारपीट के बाद डकैती और जान से मारने के प्रयास के आरोप में अतरसुइया थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस दर्ज मुकदमे के आधार पर यूसुफ नाम के लड़के को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद यूसुफ के परिवार और मुहल्ले की महिलाओं ने शहर कोतवाली के बाहर पुलिस कार्रवाई के विरोध में नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया। जिससे वहां जाम लग गया। परिवार की महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए डकैती की धारा लगाकर यूसुफ को जेल भेज दिया मगर उनकी नहीं सुनी जा रही है। झगड़े को डकैती बताया जा रहा है।
पैदल फ्लैग मार्च
दो गुटों में दुबारा टकराव की नौबत न आए इसके लिए अधिकारियों ने इलाके में फोर्स के साथ पैदल मार्च किया। साथ ही हर गली और नुक्कड़ पर पुलिस पीएसी का पहरा बिठाया गया है। आधी रात के बाद भी इलाके में कई थानों कि पुलिस फोर्स गश्त करती रही। आज भी पुलिस बल की मुस्तैदी बनी हुई है। अफसरों ने फोर्स के साथ सत्ती चौरा, मीनापुर और आसपास के मुहल्लों में रूट मार्च करने का आदेश दिया है ।
मारपीट की वजह
सत्ती चौराहा निवासी मेडिकल कंपनी के एमआर अंकित केसरवानी का आरोप है कि वो इंटरमीडिएट के छात्र कमलेश पांडेय के साथ खड़ा था तभी अचानक मीनापुर की ओर से आए 15 से ज्यादा लोगों ने उन दोनों पर हमला कर दिया। बेल्ट, रॉड, डंडों से उन्हें पीटा गया और फायरिंग भी की गई। अंकित के मुताबिक हमलावरों ने उससे पांच हजार रुपए भी लूट लिए। घायल अंकित और कमलेश का इलाज कराकर पुलिस ने यूसुफ, वाहिद, मामू, अन्नू और मोनू के खिलाफ डकैती समेत दूसरी धाराओं में केस लिखा है। वहीं मामले में यूसुफ को गिरफ्तार कर लिया गया है। अतरसुइया के इंस्पेक्टर कौशल यादव ने बताया कि बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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