VIDEO: मरने के बाद दो गज जमीन देने से इंकार, सवाल यही कि दफनाएं कहां ?
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के थाना लोधा इलाके में उस वक्त हंगामे की स्थिति बन गई, जब एक बुजुर्ग व्यक्ति के शव को दफ़न करने के लिए दो हज जमीन देने से ग्रामीणों ने इंकार कर दिया। लोग शव को खेत पर लेकर पहुंचे ही थे कि उन्हें रोक दिया गया। सूचना जिला प्रशासन और पुलिस को मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गए। बड़ी मुश्किल से लोगों को समझा बुझाकर शहर को एक बार फिर से दो समुदाय के बीच माहौल ख़राब होने से बचा लिया गया।
80 प्रतिशत हिंदू आबादी
दरअसल अलीगढ़ के थाना लोधा इलाके के गाँव सलैमपुर में करीब 500 से 700 की आबादी है जिनमें से 500 वोटर हैं। यह गाँव हिन्दू बाहुल है, जिनमें 70 प्रतिशत आबादी जाटव समाज से है, जबकि 20 प्रतिशत अन्य जाति। यहां सिर्फ 10 प्रतिशत आबादी मुस्लिम परिवारों की है। मृतक के परिजनों का कहना है कि इस गाँव में पिछले कई पीढ़ी से एक बड़े से खेत में शवों का दाहसंस्कार और शवों को दफ़नाते चले आ रहे हैं।
दफनाने को लेकर बढ़ा विवाद
आज जब समसुद्दीन नाम के एक बुजुर्ग व्यक्ति की मृत्यु हो गई तो परिवार के लोग सामाज शव को लेकर खेत पर पहुँच गए। इसी बीच गाँव में रह रहे जाटव समाज के लोगों ने खेत में शव को दफ़न करने से रोकते हुए गज जमीन शव को नहीं दी। और हंगामा खड़ा कर दिया। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों ही समुदाय आमने-सामने आ गए।
जमीन का किया गया बंटवारा
घटना की सूचना पर पहुँचे एसडीएम से जब जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि शव दफ़न करने को लेकर मामला सामने आया था। लेकिन अब दोनों ही समुदाय के लोगों को समझा- बुझाकर मामला शांत करा दिया है और जमीन का बंटवारा करा दिया गया है।
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