मेरठ: समाज कल्याण अधिकारी को जान का खतरा, मांगी सुरक्षा
अधिकारी ने कहा है कि गड़बड़ियों के आधार पर कुछ कॉलेजों के विरुद्ध उन्होंने एफआईआर कराई है और कुछ को ब्लैक लिस्टेड किया है। जिस कारण कॉलेज संचालकों में रोष है और वे उन्हें धमकियां तक दे रहे हैं।
मेरठ। जिला समाज कल्याण अधिकारी उमेश द्विवेदी को जान का खतरा है। उन्होंने डीएम को पत्र भेजकर कार्यालय और आवास पर सुरक्षा दिलाने की मांग की है। उमेश द्विवेदी के मुताबिक, छात्रवृत्ति घोटाले में फंसे कॉलेजों की ओर से उन्हें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से लगातार धमकियां मिल रही हैं।
छात्रवृत्ति घोटाले में अधिकारी ने आठ कॉलेजों पर दर्ज कराया है केस
28 फरवरी को डीएम को भेजे पत्र में उमेश द्विवेदी ने कहा है कि स्थलीय सत्यापन के दौरान पाई गई गड़बड़ियों के आधार पर कुछ कॉलेजों के विरुद्ध उन्होंने एफआईआर कराई है। वहीं कुछ को ब्लैक लिस्टेड किया गया है। जिस कारण कॉलेज संचालकों में रोष है और वे उन्हें धमकियां तक दे रहे हैं। द्विवेदी का कहना है कि धमकियां मिलने से राजकीय कार्यों में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। उमेश द्विवेदी ने डीएम से मांग की है कि आवास और कार्यालय पर उनकी सुरक्षा के लिए व्यवस्था की जाए। डीएम ने पूरे मामले में एडीएम सिटी को रिपोर्ट देने और नजर रखने के लिए कहा है।
22 फरवरी को उमेश द्विवेदी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी का चार्ज संभाला था। तब से वह 34 कॉलेजों की जांच कर चुके हैं। करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले में उनकी ओर से एक सप्ताह के भीतर आठ कॉलेजों पर एफआईआर कराई जा चुकी है और 15 कॉलेजों को ब्लैक लिस्टेड किया जा चुका है। वहीं एसपी सिटी आलोक प्रियदर्शी का कहना है कि राजपत्रित अधिकारी की जान को खतरा होने के संबंध में अभी मुझे कोई जानकारी नहीं है। पत्र आते ही अधिकारी को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
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