VIDEO यूपी: दहेज में नहीं दी कार तो शौहर ने बीवी को तीन तलाक देकर निकाला घर से बाहर
वरीशा का शौहर और उसके ससुराल वाले उससे दहेज में एक कार और 10 लाख की मांग कर उसे परेशान करते रहे।
मुरादाबाद। मुरादाबाद के थाना नागफनी इलाके की रहने वाली एक नव विवाहिता को शौहर ने इसलिए तीन तलाक दे दिया क्योंकि वो दहेज में कार नहीं लाई। जुलाई 2017 में दोनों की शादी हुई थी। पीड़िता के मुताबिक उससे एक कार और 10 लाख रुपए दहेज के तौर पर मांगे थे, जिसका विरोध करने पर नवंबर 2017 में पति ने उसे तलाक देकर घर से निकाल दिया। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने पति सहित 5 के विरुद्ध दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया था लेकिन दर्ज मुकदमे में पीड़िता द्वारा तीन तलाक का जिक्र तक नहीं किया गया। पीड़िता अपने मायके में रह रही है, फिलहाल इस मामले में पुलिस का कोई अधिकारी अभी कुछ नहीं बोल रहा है।
तीन तलाक का सामने आया फिर मामला
ये मामला मुरादाबाद के थाना नागफनी का है जहां दौलत बाग की रहने वाली वरीशा, जिसका निकाह 17 जुलाई 2017 को मुरादाबाद थाना मुगलपुरा के लाल बाग में रहने वाले शानुल हक से हुआ था। वरीशा के परिवार वालों ने अपनी हैसियत के मुताबिक दहेज भी दिया था लेकिन शादी के दो महीने के बाद ही वरीशा का शौहर और उसके ससुराल वाले उससे दहेज में एक कार और 10 लाख की मांग करते हुए उसे प्रताड़ित करने लगे। इसका विरोध करने पर पीड़िता के मुताबिक उसके पति शानुल ने 26 नवंबर 2017 को दिन में 11 बजे उसे तीन तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया।
कार खातिर दिया तीन तलाक
ये मामला मुरादाबाद के थाना नागफनी का है जहां दौलत बाग की रहने वाली वरीशा, जिसका निकाह 17 जुलाई 2017 को मुरादाबाद थाना मुगलपुरा के लाल बाग में रहने वाले शानुल हक से हुआ था। वरीशा के परिवार वालों ने अपनी हैसियत के मुताबिक दहेज भी दिया था लेकिन शादी के दो महीने के बाद ही वरीशा का शौहर और उसके ससुराल वाले उससे दहेज में एक कार और 10 लाख की मांग करते हुए उसे प्रताड़ित करने लगे। इसका विरोध करने पर पीड़िता के मुताबिक उसके पति शानुल ने 26 नवंबर 2017 को दिन में 11 बजे उसे तीन तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया।
पीड़िता ने कहा नहीं हो रही है कार्रवाई
पीड़िता ने अपने मायके आकर पूरी बात बता दी, जिसके बाद परिजनों ने मामले को सुलझाने की भी कोशिश की लेकिन कोई हल ना निकलते देख शानुल और उसके परिवार वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न के आरोप में मुकदमा दर्ज करा दियाछ। पीड़िता का कहना है कि मुकदमा तो दर्ज है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है और अब नया कानून बन रहा है, जिससे कुछ उम्मीद जागी है की उसे न्याय मिलेगा और किसी की जिंदगी इस तरह से बर्बाद नहीं होगी! खास बात ये है कि पीड़िता तीन तलाक की बात तो कह रही है लेकिन जो मुकदमा दर्ज कराया गया है, उसमें कहीं भी तलाक का जिक्र नहीं किया गया है, मुकदमा वरीशा की तरफ से लिखाया गया है।
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